
सर्जरी से बनें स्लिम-ट्रिम Publish Date : 21/05/2025
सर्जरी से बनें स्लिम-ट्रिम
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
हममे में से प्रत्येक शख्स की यह इच्छा होती है कि वह सुंदर-छरहरा या स्लिम-ट्रिम दिखे और अपनी इस चाहत को पूरा करने के लिए लोग विभिन्न जिम सेंटरों और योगा केंद्रों पर जाते हैं, औषधियों और अन्य विधियों द्वारा अपने आपको स्लिम-ट्रिम बनाने की कोशिश करते हैं, परंतु यह जरूरी नहीं कि उनकी यह इच्छा पूरी ही हो। इस कारण तमाम लोग निराश हो जाते हैं। शरीर में अनावश्यक क्सा या चर्बी के संचित होने के कारण कुछ लोग हीनभावना के भी शिकार हो सकते हैं। तिस पर जिम या योग केंद्रों की सेवाएं लेने के बाद भी उन्हें वांछित नतीजे हासिल नहीं होते। वैसे भी बेडौल और बाहर की ओर निकला पेट किसी भी शख्स को सुहाता नहीं है। इस तरह की शिकायतों को अब लाइपोसक्शन सर्जरी द्वारा दूर किया जा सकता है।
क्या है लाइपोसक्शन
इन सब शिकायतों का समाधान ‘लाइपोसक्शन सर्जरी’ के द्वारा सफलतापूर्वक किया जा सकता है। इस सर्जरी को ‘टमी टक सर्जरी’ के नाम से भी जाना जाता है। इस सर्जरी के जरिये पेट के मध्य व निचले हिस्से में से अनावश्यक त्वचा या चर्बी निकाली जाती है और पेट की मांसपेशियां कसी जाती हैं। इस तकनीक से पेट समतल और कमर सुडौल हो जाती है।
सर्जरी की विशेषता
हर आयु वर्ग के पुरुष और महिलाएं इस सर्जरी को करा सकते हैं। जिन महिलाओं की गर्भावस्था के दौरान मांसपेशियां काफी ढीली पड़ जाती हैं, उनके लिए भी टमी टक सर्जरी बेहद लाभप्रद है। यह सर्जरी पेट व कमर को पतला और सुडौल बनाने के अलावा इन अंगों को आकर्षक बनाने में भी कारगर है।
दो प्रकार की होती है
यह सर्जरी मुख्य रूप से दो प्रकार से की जाती है-पहली ‘मिनी टक सर्जरी’ और दूसरी ‘फुल टक सर्जरी’। यदि किसी व्यक्ति के पेट के निचले भाग (नाभि) के आसपास में अत्यधिक चर्बी संचित है और इस भाग में ढीलापन भी है, तो ऐसी शिकायतों को दूर करने में मिनी टमी टक सर्जरी अच्छी मानी जाती है। वहीं जिन लोगों के पेट की मांसपेशियां बहुत अधिक ढीली व अत्याधिक चर्बी से भरपूर होती हैं, उनके लिए फुल टक सर्जरी अच्छी रहती है। मिनी टक सर्जरी में रोगी को सामान्य एनेस्थेसिया द्वारा बेहोश किया जाता है। वहीं फुल टक सर्जरी में चीरा पेट में लगाया जाता है। चीरा लगाने के बाद एक विशिष्ट किस्म की सक्शन नली पेट के अंदर डाली जाती है और नेगेटिव प्रेशर सक्शन के जरिए अनचाही चबी हा दी जाती है। इसके बाद त्वचा को जोड़े रखने के लिए टांके लगाए जाते हैं। मिनी टमी टक सर्जरी के बाद मरीज के लिए केवल एक दिन का बेड रेस्ट काफी होता है।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।