आहार भी एक अच्छी थेरेपी      Publish Date : 20/03/2025

                       आहार भी एक अच्छी थेरेपी

                                                                                                                  डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

सामान्यतौर पर लोग तीन समय का खाना ग्रहण कर अक्सर सोचते हैं कि इससे उनके शरीर की ऊर्जा का इंतजाम हो गया है, लेकिन खाना केवल खाना ही काफी नहीं है बल्कि प्राकृतिक चिकित्सा में भोजन को भी एक दवा के रूप में माना गया है और यह एक थेरेपी भी कहीं जा सकती है। अतः अच्छी सेहत के लिए भोजन को प्राकृतिक और संतुलित तौर पर लिया जाना बहुत ही आवश्यक होता है। इस प्रकार आमतौर पर आहार के तीन प्रकार होते हैं, जो इस प्रकार से हैं-

                                                 

निष्कासन आहारः- जैसे नींबू नारियल का पानी, सब्जियों का सूप, छाछ, गेहूं की घास आदि, निष्काशन आहार की श्रेणी के अंतर्गत आते हैं।

सुखदायक आहारः- सुखदायक आहार जैसे ताजा मौसमी फल, सलाद, उबली हुई सब्जियां, अंकुरित दालें और हरी पत्तेदार सब्जियां आदि भोजन के इस प्रकार में शामिल होते है।

रचनात्मक आहारः- जैसे पौष्टिक आटा, अप्रसंस्कृत चावल, दालें और दही आदि को रचनात्मक आहार कहते हैं।

इस प्रकार आहार की यह व्यवस्था हमारे स्वास्थ्य में सुधार करने, शरीर की सफाई करने और बीमारी से बचने के लिए प्रतीक्षा प्रणाली विकसित करने में मदद करती हैं। इसके साथ ही भोजन का उचित संयोजन भी बहुत आवश्यक होता है। अच्छी सेहत प्राप्त करने के लिए हमारा भोजन 20 फ़ीसदी अम्लीय और 80 फ़ीसदी क्षारीय होना चाहिए।

इसलिए हमें आहार को ग्रहण करते समय इस बात का विशेष ध्यान भी रखना चाहिए कि हम तली और भुनी हुई चीजों तथा जंक फूड आदि से उचित दूरी बनाकर ही रखें। इसके अलावा यदि हम हरी पत्तेदार सब्जियां, फलों के जूस तथा फाइबर वाले अनाजों को खासतौर पर श्री अन्न को अपने भोजन में शामिल करते हैं तो हम आहार की इस उचित थेरेपी को अपनाते हुए आसानी से अपने आपको स्वस्थ रख सकते हैं।

स्वास्थ्य को अनुकूल बनानाः पोषण और आहार चिकित्सा का उद्देश्य रोग प्रबंधन और रोकथाम के लिए संतुलित और उचित आहार विकल्पों के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देना है।

आहार थेरेपी से प्राप्त लाभ

                                                  

1. समग्र अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।

2. पोषण संबंधी कमियों को रोकता है।

3. दीर्घकालिक बीमारियों का जोखिम कम करता है।

4. वजन प्रबंधन में सहायक।

5. चिकित्सा स्थितियों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करता है।

अहार थेरेपी के लक्ष्य

पोषण और आहार चिकित्सा के प्राथमिक लक्ष्य हैं-

  • अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।
  • बीमारियों को रोकना।
  • चिकित्सा स्थितियों का प्रबंधन।
  • वजन प्रबंधन का समर्थन।
  • और व्यक्तिगत आहार संबंधी सलाह प्रदान करें।

आहार थेरेपी की तकनीकी

  • व्यक्तिगत आवश्यकताओं की पहचान के लिए पोषण का मूल्यांकन।
  • व्यक्तिगत आहार योजना बनाना।
  • स्वस्थ भोजन विकल्पों के बारे में शिक्षित करना।
  • भोजन के सेवन की निगरानी और भाग नियंत्रण।
  • संतुलित भोजन और नाश्ते को शामिल करना।
  • जलयोजन और तरल पदार्थ के सेवन को प्रोत्साहित करना।
  • सचेत भोजन संबंधी आदतों को बढ़ावा देना।
  • आहार संबंधी परामर्श और सहायता प्रदान करना।
  • विशिष्ट स्वास्थ्य स्थितियों के लिए आहार समायोजन।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।