
यूडीलिव 300 टैबलेट का उपयोग Publish Date : 25/02/2025
यूडीलिव 300 टैबलेट का उपयोग
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
परिचय
यूडीलिव 300 टैबलेट का उपयोग पित्त की पथरी को तोड़ने और उन्हें बनने से रोकने के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल एक प्रकार के लिवर रोग के इलाज के लिए भी किया जाता है जिसे प्राइमरी बिलेरी सिरोसिस कहा जाता है। यह आपके पित्ताशय की थैली में स्टोन में परिवर्तित कोलेस्ट्रॉल को तोड़ने में मदद करता है जिससे पथरी घुल जाती है।
यूडीलिव 300 टैबलेट को भोजन के बाद और एक गिलास दूध या पानी के साथ पूरा निगलना चाहिए। डोज़ इन बातों पर निर्भर करेगी कि आप इसे किस समस्या के लिए ले रहे हैं और आपके शरीर का वजन क्या है। अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए इसे नियमित रूप से लें और इसे निर्धारित समय तक (कई महीने या उससे अधिक समय तक) लेते रहें। लक्षण खत्म होने पर भी इसे लेते रहें।
दवा के साइड इफेक्ट
इस दवा के सबसे साइड इफेक्ट पेट में दर्द, डायरिया, बाल झड़ना, खुजली, मिचली आना, और रैश हैं। हालांकि, सभी लोगों को यह दुष्प्रभाव नहीं होते हैं, यदि आप इनके बारे में चिंतित हैं, या वे ठीक नहीं हो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को बात करें।
इस दवा को लेने से पहले, अगर आपको पित्ताशय या बाइल डक्ट की सूजन है, आपको अपने ऊपरी पेट में अक्सर ऐंठन जैसे दर्द होता है, आपको खांसी में खून आ रहा है या आपने तेजी से वजन बढ़ाया है तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए। इस दवा के इस्तेमाल से कुछ अन्य दवाओं का प्रभाव ज्यादा या कम हो सकता है इसलिए आपके द्वारा ली जाने वाली सभी दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर को बताएं।
महिलाओं को हॉर्मोनल गर्भनिरोधक गोलियां बंद कर देनी चाहिए क्योंकि ये पित्त पथरी के उत्पादन को बढ़ा सकती हैं. इलाज के दौरान, आपकी लिवर कार्यक्षमता को चेक करने के लिए आपको अल्ट्रासाउंड स्कैन या लगातार ब्लड टेस्ट कराने की आवश्यकता हो सकती है।
उडीलिव टैबलेट के मुख्य इस्तेमाल
- प्राइमरी बिलेरी सिरोसिस का इलाज
- पित्ताशय (गालब्लैडर) की पथरी का इलाज
- यूडीलिव टैबलेट के लाभ
- प्राइमरी बिलेरी सिरोसिस के इलाज में
प्राइमरी बिलियरी कोलंजाइटिस एक प्रकार की लिवर की बीमारी है जो धीरे-धीरे समय के साथ बिगड़ती जाती है। इससे हमेशा साइड इफेक्ट नहीं होते हैं लेकिन, समय के साथ, इससे लिवर विफल हो सकता है। यूडीलिव 300 टैबलेट का इस्तेमाल इस स्थिति का इलाज करने के लिए किया जाता है और इसे अकेले या अन्य दवाओं के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। यह अधिकांश लोगों में लिवर को होने वाले नुकसान की रोकथाम करता है या इसे विलंबित करने में मदद कर सकता है, विशेष रूप से अगर आप इसे प्रारंभिक चरणों में लेना शुरू करते हैं। एक बार इलाज शुरू होने के बाद, संभवतः आप इसे जीवन भर लेते रहेंगे।
दवा को अधिक प्रभावी बनाने के लिए और सामान्य सेहत से जुड़े फायदे के लिए, धूम्रपान बंद कर, सही वजन बनाए रख कर, और ज्यादा शराब न पीकर आप अपनी खुद की मदद कर सकते हैं।
यूडीलिव टैबलेट के साइड इफेक्ट
इस दवा से होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है और नियमित रूप से दवा का सेवन करने से साइट इफेक्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं. अगर साइड इफ़ेक्ट बने रहते हैं या लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
यूडीलिव के सामान्य साइड इफेक्ट
- पेट में दर्द
- डायरिया
- बाल झड़ना
- खुजली
- मिचली आना
- रैश
यूडीलिव टैबलेट का इस्तेमाल कैसे करें
इस दवा की खुराक और अनुपान की अवधि के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें। इसे साबुत निगल लें, इसे चबाएं, कुचलें या तोड़ें नहीं। यूडीलिव 300 टैबलेट को भोजन के साथ लेना बेहतर होता है।
यूडीलिव टैबलेट किस प्रकार काम करता है
यूडीलिव 300 टैबलेट एक हेप्टोप्रोटेक्टिव दवा है। यह ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करके काम करता है और पित्ताशय (गालब्लैडर) की पथरी को घोलने में मदद करता है जो मुख्य रूप से कोलेस्ट्रॉल के बने होते हैं। यह लिवर एंजाइम में सुधार करता है, टॉक्सिक बाइल एसिड के कारण होने वाली चोटों से लिवर कोशिकाओं की सुरक्षा करता है और लिवर फंक्शन में सुधार करता है।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।