दांत निकलने के आद भी दर्द, कराएं न्यूरेल्जिया की जांच Publish Date : 13/12/2024
दांत निकलने के बाद भी दर्द, कराएं न्यूरेल्जिया की जांच
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
“मेडिकल कॉलेज में प्रतिमाह आते हैं 15 से 20 न्यूरेल्जिया से पीड़ित मरीज”
यदि आप दांत के दर्द से परेशान हैं और एक एक करके कई दांत निकलवा भी चुके हैं और बाजूद इसके आपको दांत दर्द से आराम नही मिल पा रहा है तो फिर आप सावधान हो जाएं, क्योंकि यह समस्या दांतों से सम्बन्धित न होकर न्युरेल्जिया की बीमारी है और दांत निकलवाना इसका कोई इलाज नही है।
मेडिकल कॉलेज में प्रत्येक माह दांतों और मसूढ़ों के दर्द से जुझ रहे मरीज आ रहे हैं, जिनकी जांच में न्यूरेल्जिया की बीमारी सामने आ रही है। न्यूरेल्जिया के रोग में दांतों के आसपास करंट का झटका सा लगता है अथवा जबड़े से लेकर चेहरे के अंदरूनी भागों तक झनझनाहट महसूस होती है। इस रोग से पीड़ित मरीज आमतौर पर दांत में कीड़ा लगने के भ्रम में रहते हैं। कई बार डॉक्टर्स भी इसको समझ नही पाते है और वह इसके चक्कर में एक स्वस्थ दांत को भी निकाल देते हैं।
हमारे मस्तिष्क से आने वाली ट्राइजेमिनल नामक नर्व चेहरे, तालू और जबड़ों की संवेदना के लिए उत्तरदायी होती है। कई लोगों में बढ़ती उम्र और शरीर में आने वाले परिवर्तनों के चलते यह नर्व शिथिल अथवा क्षतिग्रस्त हो जाती है। इस रोग में मरीज को चेहरे एक ओर वाले जबड़े और आंख के नीचे करंट लगने के जैसा तीव्र पेन होता है।
विशेषज्ञ की सलाह
दांतों के आसपास करंट लगने जैसा या जबड़े के समीप झनझनाहट वाला दर्द उपचार कराने के बाद भी नही जा रहा है तो दंत चिकित्सक अपने मरीज की एक बार न्यूरेल्जिया की जांच अवश्य कराकर देख लें।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।