खाँसी की समस्या      Publish Date : 05/12/2024

                                खाँसी की समस्या

                                                                                                                                            डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

खाँसी कोई बीमारी नही है, बल्कि यह हमारे शरीर की एक सामान्य प्रतिक्रिया होती है जो कई बार किसी गम्भीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। अतः खाँसी को मामूली समझकर इस हल्के में लेने की भूल कभी नही करनी चाहिए।

विशेषज्ञ कहिनः

यदि आपको काफी लम्बे समय से खाँसी की समस्या चल रही है तो आप एकदम सतर्क हो जाएं। सबसे पहले अपने चिकित्सक के पास जाएं और खाँसी के कारणों का पता लगाएं और फिर अपने चिकित्सक से उसी के अनुसार अपना उपचार कराएं।

                                                                                                                                               -डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, फिजिशियन।

विशेषज्ञों की माने तो यदि लगातार तीन सप्ताह या उससे अधिक समय से खाँसी चल रही है तो टीबी की बीमारी का संकेत भी हो सकता है। कई बार दमा या फ्लू के कारण भी खाँसी हो सकती है। कई बार तो लगातार आने वाली खाँसी से रक्तचॉप भी बढ़ सकता है और ऐसी खाँसी हृदयघात का कारण भी बन सकती है।

                                                                     

बार-बार हो रही खाँसी, शरीर में विटामिन डी की कमी और फेफड़ों के कमजोर हो जाने का संकेत भी देती है। ऐसे में लापरवाही बिलकुल भी नही बरतनी चाहिए बल्कि तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए।

आमतौर पर होने वाली खाँसी का कारण हमारे फेफड़ों, श्वास नलिका अथवा गले में संक्रमण होता है। खाँसी एक ऐसी प्रक्रिया है जो कि शरीर में होने वाली किसी खराबी की ओर संकेत करती है।

खाँसी आने का सीधा सा अर्थ यह होता है कि हमारा शरीर बीमारी के जीवाणुओं के खिलाफ कार्य कर रहा है। इसके अतिरिक्त दमा, गले का संक्रमण, टॉन्लिाईटिस, फेरनजाईटिस, ब्रोंकाईटिस, फेफड़ों का संक्रमण, निमोनिया या फिर हृदय रोग के चलते भी खाँसी की समस्या हो सकती है।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।