
बारिश के मौसम में बढ़ रहा है वायरल बुखार Publish Date : 14/09/2024
बारिश के मौसम में बढ़ रहा है वायरल बुखार
डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
इस समय मौसम में काफी उतार चढ़ाव हो रहा है और लगातार छुटपुट बारिश भी हो रही है, जिसके कारण जगह-जगह पानी भरा हुआ है। इस पानी भराव के चलते मच्छर भी काफी पनप रहे हैं। गर्मी और सर्दी के कारण लोगों को बुखार आ रहा है और ऐसे मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यदि गले में खराश, जुकाम या फिर बुखार हो रहा है तो सतर्क होने की जरूरत है। बुखार अगर तीन-चार दिनों तक लगातार बना रहता है तो फिजिशियन या पीडियाट्रिशियन संपर्क करना चाहिए।
बारिश के मौसम के चलते वेक्टर जनित और परजीवी पैरासाइटिक संक्रमण बढ़ जाते हैं, जिसके कारण डायरिया या गैस्ट्रोएन्टराइटिस संक्रमण, टाइफाइड, पीलिया और हैजा की आशंका बनी रहती है, तो वहीं कुछ स्थानों पर सिरोसिस भी देखने में आता है। पैरासाइटिक संक्रमण में डेंगू या मलेरिया या दोनों का संक्रक्रण अधिक हो रहा है। अभी उमस के कारण कुछ लोगों को श्वास नली का संक्रमण भी देखने को मिल रहा है। बीते कुछ दिनों से पश्चिम उत्तर प्रदेश और इसके आसपास के इलाकों में स्वाईन फ्लू के मामले भी काफी बढ़ गए हैं। हालांकि अभी कोविड के मामले नहीं के बराबर ही हैं।
वायरल, निमोनिया की आशंका क्यों होती है
इस समय स्वाईन फ्लू में तेजी के कारण वायरल और निमोनिया भी देखने में आ रहे हैं। हालांकि कोविड संक्रमण भी कुछ लोगों को हो रहा है, परन्तु यह गंभीर नहीं है। स्वाईन फ्लू के कुछ मरीजों को अस्पतालों में भरती भी करना पड़ रहा है, हालांकि अब स्वाइन फ्लू का भी आसानी से उपचार किया जा सकता है।
आखिर क्यों हो रही है परेशानी
जिन इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं है या मच्छर अधिक या फिर ज्यादा गंदगी व्याप्त है वहां संक्रमण अधिक हो रहा है। अतः फागिंग जैसे उपायों को बढ़ाना होगा। गांव में पास में तालाब तथा नालियों में पानी रुकने के कारण भी बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं अतः इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है।
अगर बुखार आ रहा है तो क्या करें
अगर बुखार दो तीन दिनों तक लगातार बना हुआ है तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
बुखार में पेरासिटामोल ले सकते हैं। हाइड्रेशन का जरूर ध्यान रखें। स्पंजिंग आदि करते रहें और यदि आपके शरीर का तापमान अधिक बढ़ा हुआ है।
आइबुप्रोफेन, नीमोस्लाइड जैसी दवाओं का सेवन से बचें, क्योंकि यह समय डेंगू के मरीजों के लिए यह हानिकारक होता है। अतः डॉक्टर की सलाह से ही कोई दवाई सेवन करें।
किसी भी एंटीबायोटिक का खुद से प्रयोग ना करें। इसका प्रयोग चिकित्सक के परामर्श लेकर ही करें। वायरल संक्रमण में एंटीबायोटिक की कोई खास भूमिका नहीं होती है।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।