वर्ल्ड वेटलैंड डे - 2025      Publish Date : 02/02/2025

                              वर्ल्ड वेटलैंड डे - 2025

                                                                                                                                                     प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

2 फरवरी को मनाया जाता है वेट लैंड्स दिवस

प्रत्येक वर्ष 2 फरवरी 2025 को विश्व वेटलैंड दिवस के अवसर पर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जाते हैं, जिससे पर्यावरण का संरक्षण सम्भव हो सके। राष्ट्रीय वेटलैंड योजना के अंतर्गत प्रदेश में वेटलैंड की सुरक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके लिए कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट   प्राकृतिक वास सुधार स्थानीय समुदायों के साथ भागीदारी प्रबंधन एवं जल गुणवत्ता सुधार कर पूरी प्रतिबद्धता से संचालित किया जा रहे हैं।

                                                           

प्रदेश में पर्यटन बंद जल संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का भी सामना करते हुए बंद की गई गतिविधियों के माध्यम से आजीविका एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने में सफलता प्राप्त हुई है। प्रदेश में विगत लगभग 8 वर्षों में व्यापक जन सहभागिता के परिणामस्वरूप 210 करोड़ से अधिक पौधारोपण एवं वनों की प्रभावी एवं दक्ष सुरक्षा के उत्साह जनक परिणाम प्राप्त हुए हैं। भारतीय वन स्थिति रिपोर्ट वर्ष 2023 के अनुसार विगत दो वर्षों में उत्तर प्रदेश के वन आवरण एवं वृक्ष आवरण में वृद्धि की दृष्टि से प्रदेश ने देश में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।

वेटलैंड्स अक्सर जीरो तालाबों, नदियों और जलाशयों के साथ होते हैं, जो सूखी जमीन और खुले पानी के बीच संक्रमण कालीन क्षेत्र बनाते हैं। भूगर्भ जल भरन व संरक्षण, बाढ़ व सूखे पर नियंत्रण, सिंचाई व पेयजल की उपलब्धता एवं निरंतरता को बनाए रखना और कार्बन भंडारण कर जलवायु परिवर्तन की वृद्धि न्यूनतम करने व जलीय वनस्पतियों के लिए पारिस्थितिकी तंत्र पर निर्भर तथा अन्य प्राणियों व पक्षियों का संरक्षण, प्रवासी पक्षियों के प्रिय वास स्थल होने तथा स्थानीय निवासियों की आय व भोजन, औषधि और आजीवका के संसाधन उपलब्ध कराने में इसका अति महत्वपूर्ण स्थान है।

                                                           

पर्यावरण संतुलन जल स्रोतों के पुनर्भरण वेटलैंड पर निर्भर अन्य प्राणियों एवं पादप प्रजातियों एवं स्थानीय समुदायों के अस्तित्व हेतु न केवल वन क्षेत्र के अंदर आवेशित वेटलैंड अपितु वन क्षेत्र के बाहर अवस्थित वेटलैंड का भी स्थानीय एवं परिस्थितियों के अनुसार सुधार प्रबंधन कर हम स्थानीय समुदायों की सहभागिता प्राप्त करते हुए वेटलैंड्स का संरक्षण एवं संवर्धन करने में सफल हो सकते हैं। इसलिए हम सभी लोगों को जन जागरूकता सम्बन्धी अभियान चलाकर अपनी वेटलैंडस की स्थिति को सुधारना होगा।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।