कृषि विश्वविद्यालय में पुरातन छात्र सम्मेलन संपन्न Publish Date : 25/12/2024
कृषि विश्वविद्यालय में पुरातन छात्र सम्मेलन संपन्न
पुरातन छात्र, नई पीढ़ी के छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत सांसद अरुण गोविल
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ की स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी । स्थापना के 24 वर्ष बाद विश्वविद्यालय में प्रथम बार पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया यह आयोजन कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह के कुशल निर्देशन में आयोजित किया गया, जिसका नाम समागम 24 रखा गया था। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मेरठ के सांसद अरुण गोविल, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति के के सिंह, कुलसचिव प्रोफेसर रामजी सिंह, डायरेक्टर ट्रेंनिंग प्लेसमेंट प्रोफेसर आर एस सेंगर एवं डॉक्टर डी बी सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए अरुण गोविल मेरठ के सांसद ने कहा की मेरठ शिक्षा का हब है जिसमें कृषि विश्वविद्यालय के छात्र देश के कोने-कोने में नाम कर रहे हैं, यह एक अच्छी बात है। उन्होंने कहा की मेरठ की माटी की सुगंध यह देश ही नहीं विदेश के कोनों तक पहुंचाएंगे।
ऐसे छात्र यहां से जब निकलेंगे तो मेरठ का सम्मान और बढ़ेगा। पुरातन छात्र नई पीढ़ी के छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे। विश्वविद्यालय में अच्छी क्रिएटिव उपज रही है इसी का परिणाम है कि यहां के छात्र काफी क्रिएटिव नजर आ रहे हैं जिससे छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास भी हो रहा है जो कि देश को ऊंचाइयों में ले जाने में सहायक साबित होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह ने कहा कि यह पहले एल्यूमनी मीट है और इसमें मैं शामिल होकर अपने को गौरव्हांवित महसूस कर रहा हूं क्योंकि 24 वर्ष बाद यह आयोजित की जा रही है और इस आयोजन में मैं भागीदारी हो रहा हूं। इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय की शुरुआत एक महाविद्यालय से हुई थी और आज यहां पर सात महाविद्यालय विकसित हो चुके हैं, जिससे शिक्षा शोध और प्रसार का कार्य जोरों पर किया जा रहा है।
पुराने छात्र विश्वविद्यालय के लिए ब्रांड एंबेसडर बने तथा पुराने छात्र नए छात्रों से अपनी सफलता का अनुभव बांटने का या एक बहुत अच्छा मंच है इससे नए छात्रों को प्रेरणा मिलेगी और वह और आगे बढ़ सकेंगे।
कुलसचिव प्रोफेसर रामजी सिंह ने कहा कि एल्यूमनी मीट का पुरातन छात्रों के लिए बहुत महत्व होता है तथा नई छात्रों को प्रेरणा मिलती है। पुरातन छात्र सफलता की नींव है तथा नए छात्र इससे प्रेरित होंगे।
निदेशक ट्रेंनिंग प्लेसमेंट प्रोफेसर आर एस सेंगर ने एल्यूमिनी मीट में आंगतुकों का स्वागत किया और कहा कि इस तरह के आयोजन से छात्रों को प्रेरणा मिलती है कि वह यहां से शिक्षा ग्रहण करने के बाद किस तरह से पूरे देश में अपने कार्यक्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहे हैं। छात्रों का विश्वविद्यालय में विकास हो रहा है, उसी का नतीजा है कि यह छात्र राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं।
कार्यक्रम में पुरातन छात्रों द्वारा किए गए विशेष योगदान हेतु अमित बालियान 2002 बेनी सिंह वर्ष 2002 के छात्र के द्वारा उनको क्रमशः 25000 एवं 51 हजार रुपए के योगदान देने हेतु सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ विपुल ठाकुर द्वारा तथा धनबाद प्रस्ताव प्रोफेसर डी वी सिंह द्वारा किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया इसके उपरांत धन्यवाद प्रस्ताव संयुक्त निदेशक ट्रेंनिंग प्लेसमेंट डॉक्टर सत्य प्रकाश द्वारा दिया गया और इस कार्यक्रम में 350 पूर्व छात्राओं ने हिस्सा लिया।
इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर विवेक] डॉ पी के सिंह, डॉक्टर कमल खिलाड़ी, डॉक्टर डी के सिंह, डॉ रविंद्र कुमार, डॉ विजेंद्र सिंह, डॉ विपिन कुमार, डॉ देश दीपक, डॉ पंकज चौहान, डॉ नीलेश कपूर, डॉ विपुल ठाकुर, डॉक्टर प्रेरणा सिकरवार, डॉक्टर कृतिका एवं डॉ अलका आदि विशेष योगदान रहा।