कृषि विश्वविद्यालय में बौद्विक कार्यशाला का आयोजन      Publish Date : 08/12/2024

          कृषि विश्वविद्यालय में बौद्विक कार्यशाला का आयोजन

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एसवीपीयूएटी), मेरठ के कृषि महाविद्यालय के आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के द्वारा कृषि अनुसंधान में बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन 7 दिसंबर 2024 को किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि माननीय कुलपति, डॉ. के. के. सिंह जी एवं गणमान्य अधिकारियों द्वारा द्धीप प्रज्वलन व माँ सरस्वती पर माल्यार्पण एवं विश्वविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वन्दना की प्रस्तुति के द्वारा किया गया।

                                      

कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, डॉ. के. के. सिंह जी ने की। अपने संबोधन में, डॉ. सिंह ने शिक्षकों एवं विद्यार्थियो ंको उच्च गुणवत्ता युक्त शोध कार्य करने के लिए प्रेरित किया, जिससे कि शोध से पेटेन्ट, तकनीकी व अच्छे शोध पत्र प्रकाशित किए जा सकें। साथ ही समकालीन अनुसंधान को समाज और उद्योग के लाभ के लिए संरक्षित और उपयोगी बनाया जाए। इस कार्यशाला में कृषि अनुसंधान में बौद्धिक संपदा अधिकारों के विभिन्न पहलुओं पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों क्रमशः प्रो. एच. एस. चावला, प्रो. प्रताप सिंह पवार, डॉ. शिवदत्त, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. दिनेश कुमार, ने व्याख्यान दिए।

                                           

डा0 विवेक, अधिष्ठाता, कृषि के द्वारा कार्यक्रम में पधारे अतिथियों एवं प्रतिभागियों स्वागत किया गया। इस दौरान प्रो. एल.के. गंगवार, सचिव सचिव, आयोजन समिति के द्वारा बौद्धिक संपदा अधिकार का परिचय, कार्यशाला की रूपरेखा एवं इसके महत्व के बारे में विस्तृत चर्चा की। कार्यशाला में कुल 205 संकाय सदस्यों और छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे ज्ञान साझा करने और विचार-विमर्श के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान किया गया। उत्तर प्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (यूपी-सीएसटी), लखनऊ द्वारा प्रायोजित इस कार्यशाला ने अनुसंधान परिणामों को औद्योगिक स्तर पर सुरक्षित और उपयोगी बनाने में बौद्धिक संपदा अधिकारों की महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया।

                                                  

कार्यशाला के दौरान, डॉ. रामजी सिंह, कुल सचिव, डा0 कमल खिलाड़ी, निदेशक शोध, डा0 पी0के0 सिंह, निदेशक प्रसार, डा0 बी0 आर0 सिंह, अधिष्ठाता, तकनीकी महाविद्यालय, डा0 आर0 कुमार, अधिष्ठाता, जैव प्रौद्योगिकी, डा0 पंकज कुमार, ओ0एस0डी0, शुगरकेन, डा0 एल0 बी0 सिंह, विभागाध्यक्ष, कृषि प्रसार, डा0 पूरनचन्द, डा0 एस0के0 सिंह, डा0 मुकेश कुमार, डा0 अतर सिंह, डा0 एस0 के0 लोधी, डा0 पी0 के0 सिंह, डा0 आर0 एन0 यादव, डा0 सतेन्द्र कुमार एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे और इसके सफल आयोजन में सक्रिय योगदान दिया। कार्यक्रम का मंच संचालन डा0 प्रमिला उमराव, सहायक प्राध्यापक, पशु चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा किया गया। डॉ. रामजी सिंह, कुलसचिव ने सभी अतिथियों धन्यवाद ज्ञापित किया।