करियर ग्रोथ के लिए कौशल हो आधार- डॉक्टर मधु वत्स

कृषि विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय मे कैसे लें शिक्षा और करियर का रोड मैप विषय पर प्रारंभ हुई दो दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया

करियर ग्रोथ के लिए कौशल हो आधार- डॉक्टर मधु वत्स

                                                                  

कृषि विश्वविद्यालय में आज कृषि महाविद्यालय के सभागार में दो दिवसीय छात्रों के करियर तथा विदेशी विश्वविद्यालय में कैसे एडमिशन लेकर शिक्षा ग्रहण की जाए, विषय पर कार्यशाला प्रारंभ हुई। इस कार्यशाला में ग्लोबल कोलिंस के निदेशक डॉक्टर अरुण रावत ने अपने संबोधन में छात्र-छात्राओं को बताया कि वह उच्च शिक्षा लेने के लिए विदेशी विश्वविद्यालय में दाखिला लेकर अपनी शिक्षा को और अधिक अच्छा बना सकते हैं। इसके लिए उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन किया और बीच में आने वाली बाधाओ तथा कहां से उनको मार्गदर्शन मिल सकता है। इसके बारे में उन्होने छात्र छात्राओं का पूरी जानकारी दी।

करियर काउंसलर डॉ मधु वत्स ने अपने संबोधन में कहा कि करियर ग्रोथ के लिए कौशल एक आधार होता है। इसके लिए सभी छात्राओं को तेजी से बदल रही डिजिटल दुनिया में अपने कौशल को मजबूती देनी होगी, क्योंकि जो छात्र-छात्राएं अथक मेहनत करने के उपरांत भी अपना पसंदीदा करियर नही बना पाते हैं। वह अपना पंसदीदा कॅरियर बनाना चाहते हैं तो उसके लिए सही मैटर का चुनाव करते हुए पढ़ाई के साथ-साथ राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय घटनाओं और पर्यावरण के सामने आ रही चुनौतियों पर भी अपना ध्यान केन्द्रित करना होगा। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपील की देश को हरा भरा बनाने के लिए गार्बेज का रीसाइक्लिंग किया जाना बहुत आवश्यक है।

करियर काउंसलर डॉ अजय अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि अपने करियर को और अधिक गति देने के लिए कौशल का विकास करें और इसके लिए एक रोड  मैप भी तैयार करें। उन्होंने कहा कि ध्यान रखें की कोई भी योजना आपके लक्ष्य व्यावहारिक धरातल पर हों, तभी यह आपको आगे प्रेषित कर पाएगा। यह भी ध्यान रखें कि अपना रोड आपको अपना रोडमैप खुद ही बनाना होगा। यदि आप अपना रोडमैप स्वयं नही बना पाते हैं तो फिर करियर का रोड मैप आप किसी विशेषज्ञ या सीनियर अधिकारी की मदद से भी बना सकते हैं। इसके लिए आप अपने शिक्षक के पास जाकर भी अपने करियर रोड़ में तैयार करा सकते हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि रोड मैप व्यावहारिक रूप से लिखित ही बनाएं ताकि आप समय-समय पर इसे देख सकें और अपने सफ़र की गति का आकलन भी कर सके और इसमें आवश्यक बदलाव भी कर सके। यदि आप रोड मैप के सहारे आगे बढ़ेंगे तो आप आने वाले पड़ावों को पार करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त कर ही लेंगे।

                                                                        

निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट प्रोफेसर आर एस सेंगर ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह दिशा निर्देशन में छात्रों के चहुँमुखी  विकास के लिए इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन निरंतर किया जा रहा है, जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके और वह राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक अच्छी ग्रोथ प्राप्त कर सकें।

कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर डॉ डी वी  सिंह तथा धन्यवाद प्रस्ताव जॉइंट डायरेक्टर प्रोफेसर सत्य प्रकाश के द्वारा किया गया। इस दौरान एसोसिएट डायरेक्टर प्रोफेसर शालिनी गुप्ता, प्रोफेसर देश दीपक, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्सपोर्ट इलाहाबाद के अनिल श्रीवास्तव, ग्लोबल कोलेज कंपनी के निर्देशक अनिल रावत निदेशक ऑपरेशन शशांक रावत तथा ऑपरेशन मैनेजर युद्धवीर सिंह भी उपस्थित रहे। कर्याशाला के पहले दिन लगभग 325 छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कल कार्यशाला के दूसरे दिन छात्रों को एंटरप्रेन्योरशिप तथा स्टार्टअप की जानकारी दी जाएगी, जिससे छात्र अपना स्वरोजगार पैदा कर दूसरों लोगों को भी रोजगार दे सकें, इसका भी उन्हें विधिवत प्रशिक्षण दिया जाएगा।