31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष      Publish Date : 31/05/2025

             31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष

                                                                                                                                         डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

"तंबाकू का सेवन करने से बचें नहीं तो हो जाएगा फेफड़े का कैंसर"

                                                                               -डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर

तंबाकू को अगर धीमा जहर कहा जाए तो कतई गलत नहीं होगा। तंबाकू के सेवन से आप कैंसर, लीवर, हृदय और सांस के रोगी बन सकते हैं। यह बात प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर ने बताई, उन्होंने कहा कि बाजार में तंबाकू और सिगरेट बीड़ी के पैकेट बिक रहे होते हैं उसमें स्पष्ट रूप से लिखा होता है कि इससे कैंसर हो सकता है। इस चेतावनी के बावजूद भी लोग तंबाकू उत्पादों की लत में पड़े रहते हैं। इस लत के चलते फेफड़ों के कैंसर का रिस्क काफी बढ़ जाता है और करीब 35 से 40 प्रतिशत फेफड़ों के कैंसर के मामले तंबाकू व धूमपान के चलते ही सामने आ रहे हैं।

                                                       

अब 25 से 30 साल तक के युवा भी कैंसर की चपेट में आ रहे हैं। युवाओं के सिगरेट पीने से उनकी सोचने की क्षमता पर भी फर्क पड़ रहा है और इसका अधिक सेवन करने की वजह से मानसिक परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। इसके अलावा शरीर के फेफड़े को नुकसान भी पहुंच रहा है। वर्तग्मान में अपने आप को मॉडर्न और स्टाइलिश दिखाने के लिए युवा अधिक तंबाकू और गुटखा का सेवन करने लगे हैं। तंबाकू के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ने के साथ ब्रेन स्ट्रोक, मुंह का कैंसर और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। डॉ0 दिव्यांशु सेंगर ने बताया कि तंबाकू के धुएं में 7000 से अधिक रसायन होते हैं, जिनमें 70 कैंसर का कारण बनते हैं। आजकल सांस की समस्या युवाओं में काफी अधिक देखने को मिल रही है।

एक जानकारी के अनुसार तंबाकू के 250 प्रकार होते हैं और किसी प्रकार के तंबाकू में 5 से 7000 तक हानिकारक रासायनिक तत्व मौजूद होते हैं, जिनमें से 30 से 70 रसायन कैंसर को पैदा करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने बताया कि एक अनुमान के अनुसार मेरठ जिले में हर माह लगभग 80 से 100 नए कैंसर के मरीज देखे जा रहे हैं और इनमें 40 से 50 तंबाकू उत्पाद के कारण कैंसर से पीड़ित लोग होते हैं। 75 प्रतिशत लोगों को 14 से 15 साल की उम्र में ही यह गलत लत लग जाती है, जिससे बचने की आवश्यकता है।

31 में को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस दिवस की इस बार की थीम तंबाकू और निकोटिन उद्योग की रणनीति को उजागर करना है। बच्चों और युवाओं को तंबाकू एवं निकोटिन उत्पादों की ओर आकर्षित करने वाली रणनीतियों को प्रतिबंधित करना है। तंबाकू, सिगरेट और बीड़ी आदि सब तम्बाकू उत्पाद स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। वर्तमान में फेफड़े व मुंह का कैंसर युवाओं में लगातार बढ़ रहा है। पहले फेफड़े का कैंसर 40 साल के ऊपर के लोगों में मिलता था, परन्तु अब 25 साल के युवाओं में भी यह देखा जा रहा है।

यह तंबाकू की लत का परिणाम है कि सिगरेट और बीड़ी पीने से कैंसर पैदा करने वाले पदार्थ फेफड़ों में ऊतकों को क्षतिग्रस्त करना शुरू कर देते हैं, जिससे कैंसर कोशिकाएं विकसित हो जाती है। शरीर का वजन अचानक कम होना या बढ़ जाना, ज्यादा थकान और कमजोरी का महसूस होना, त्वचा में गांठ बनना, पाचन संबंधी समस्याओं के जैसे लक्षण कैंसर का संकेत हो सकते है। अतः लोगों से अपील है कि वह स्वस्थ जीवन के लिए तंबाकू का सेवन और धूम्रपान करने से बचें।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार देश में लगभग 26 प्रतिशत वयस्क आबादी किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन कर रही है, जबकि 13 से 15 साल की उम्र के करीब 35 लाख लोग तंबाकू के सेवन करते हैं। देश में हर साल करीब 7 लाख मोतें तंबाकू व तंबाकू उत्पादों के सेवन से हुई बीमारियों के कारण ही होती है। तंबाकू का सेवन धूम्रपान में सिगरेट, बीड़ी, सिगार, हुक्का एवं धूम्रपान रहित तंबाकू जैसे गुटका, खैनी, जर्दा और पान मसाला आदि के माध्यम से हो रहा है। इससे मुहँ का कैंसर भी बढ़ रहा है और सिगरेट भी नया खतरा बनकर सामने आई है। तंबाकू के सेवन के कारण युवाओं में फेफड़े का कैंसर, मुंह का कैंसर और गॉल ब्लैडर कैंसर तेजी से बढ़ रहा है।

तंबाकू के सेवन से शरीर को होने वाले नुकसान के लक्षण

  • जो लोग तंबाकू या सिगरेट बीड़ी लगातार पीते रहते हैं, उनके फेफड़ों ऊतक क्षतिग्रस्त होना शुरू हो जाते हैं।
  • शरीर में कैंसर कोशिकाएं विकसित होने लगती हैं।
  • शरीर का वजन अचानक कम होना या बढ़ जाता है।
  • ज्यादा थकान या कमजोरी महसूस होने लगती है।
  • त्वचा में गांठ बनना, पाचन संबंधी समस्याएं होनी शुरू हो जाती है।
  • यदि आपको अपने में यह लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो हो सकता है कि आप कैंसर से पीड़ित हो गए हो, इसलिए डॉक्टर से परामर्श कर उनकी सलाह लें।

सिगरेट के धुएं से क्या होता है नुकसान

  • धुएं के कारण फेफड़े खराब हो जाते हैं।
  • सांस की बीमारी होने की संभावना बनी रहती है।
  • लोगों को दमा की बीमारी हो जाती है।

तंबाकू सेवन से क्या होता है नुकसान

  • मुंह के अंदर छाले पड़ने से खाना खाने में दिक्कत हो जाती है।
  • पान या अन्य तंबाकू का उपयोग करने से मुंह का कैंसर हो सकता है।
  • मुंह कम खुलने से खाना खाने में दिक्कत होने लगती है।
  • शरीर का वजन अधिक या कम होने लगता है।
  • शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।