अत्यधिक पसीना आने के कारण एवं बचाव      Publish Date : 29/04/2025

           अत्यधिक पसीना आने के कारण एवं बचाव

                                                                                                                 डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

प्रायः विभिन्न लोगों को अत्यधिक पसीना आता देखा गया है लेकिन वह इस पर ध्यान नहीं देते हैं, जबकि इसका कारण कोई बीमारी भी हो सकती है। गर्मी के मौसम में पसीने से तर हो जाना कोई विशेष बात नहीं है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पसीना आना या हर वक्त ही पसीना आना चिंता का विषय हो सकता है। इसलिए इसे नजरअंदाज करने से वह गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। हाइपर हाईड्रोसिस एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें पसीने की ग्रंथियां बहुत अधिक सक्रिय हो जाती है और इस समस्या में सामान्य से अधिक पसीना आता है।

                                         

तनाव और चिंता आदि भी पसीने की ग्रंथियां को उत्तेजित कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ दबाव के दुष्प्रभाव के रूप में अधिक पसीना आ सकता है तो कुछ स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कि थायराइड, मधुमेह और संक्रमण आदि भी अधिक पसीना आने का कारण बन सकते है। महिलाओं में रजोनिवृत्ति के दौरान भी हार्माेनल परिवर्तन के चलते अधिक पसीने का कारण बन सकते है। अत्यधिक मोटापा होने पर व्यक्ति को किसी भी काम को करने में सामान्य व्यक्ति से अधिक ऊर्जा की जरूरत पड़ती है, जो कई बार थका देने वाली साबित होती है और इसके चलते भी शरीर में पसीना ज्यादा आता है।

                                                      

गर्भावस्था के दौरान हार्माेन के स्तर में विभिन्न बदलाव होते हैं जिससे कई महिलाओं को अत्यधिक पसीना आने की परेशानी हो सकती है। योग ध्यान और गहरी सांस लेने वाले व्यायाम तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। लेकिन, यदि तमाम प्रयास करने के बाद भी आपको अत्यधिक पसीना आ रहा है, तो आपको अविलम्ब चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। इसका मतलब है कि आपका शरीर में कोई ना कोई दिक्कत है तभी आपकी पसीने वाली ग्रंथियां ज्यादा एक्टिव होकर पसीना निकलने के लिए उत्तेजित हो रही है।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।