
आखिर क्यों इतना रोता है आपका बच्चा और उसे संभालने के उपाय Publish Date : 25/04/2025
आखिर क्यों इतना रोता है आपका बच्चा और उसे संभालने के उपाय
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
सभी शिशु रोते है, यह बिलकुल सामान्य बात है। अधिकांश शिशु प्रत्येक दिन कुल एक घंटे से लेकर तीन घंटे तक के समय के लिए रोते हैं। आपका नन्ना सा शिशु अपने आप खुद कुछ नहीं कर सकता है और वह आप पर अपनी हर जरुरत के लिए आप पर ही निर्भर करता है-चाहे का भूखा है, आराम चाहता है या फिर प्यार और दुलार। आपका शिशु से आपको यह बात बोलकर तो नहीं बता सकता है कि उसे कब किस चीज की जरूरत है।
आपके लिए कई बार यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि आखिर शिशु क्यों रहा है। हालांकि, समय के साथ आप यह पहचानने लगेगी और समझने भी लगेंगी कि आपके शिशु के रोने का कारण क्या है और जैसे जैसे आपका शिशु बढ़ता है वह आप के साथ बात चीत करने के अन्य तरीके भी सीख लेता है जैसे की आंखों का सम्पर्क, शोर मचाना या फिर मुस्कुराते हुए आपका ध्यान अपनी तरफ खींचना आदि। अगर आपका शिशु काफी देर से रो रहा है और वह चुप नहीं हो रहा है तो हो सकता है कि वह आपसे से यह कहने की कोशिश कर रहा हो, कि मुझे भूख लग रही है।
भूख किसी नवजात शिशु के रोने सबसे बड़ा कारण है। किसी बच्चे का छोटा सा पेट बहुत कुछ भंडार में नहीं रख सकता। इसीलिए अगर आपकी संतान रोती है, तो उसे दूध पिलाने की कोशिश करें, क्योंकि वह भूखी हो सकती है।
मेरी नैपी (कलोट) बदलो
कुछ शिशु अपनी नैपी बदलने की जरूरत पर बहुत ध्यान नहीं देते, लेकिन कई दूसरे तुरंत ही चीख कर आपका ध्यान अपनी ओर खींचेगे। खासकर तब, अगर उनकी कोमल त्वचा में खुजली या खुश्की हो। यह भी देखें कि कहीं नैपी बहुत कसकर तो नहीं बंधी है, या उसके कपड़े तो उसको परेशान नहीं कर रहे है।
मुझे अधिक गर्म या अधिक ठंड लग रही है
जांच करें कि आपका शिशु अपने बिस्तर में कहीं बहुत अधिक गर्म या ठंडा तो नहीं महसूस कर रहा। इसे आप उसके पेट को छूकर पता कर सकते हैं यह बात आप उसके हाथ या पैर से पता नहीं लगा सकते, क्योंकि वे सामान्य तौर पर ठंडे ही होते हैं। अगर उसका शौर अधिक गरम है, तो उसके एक कंवल हटा दें। अगर यह ठंडा है तो एक और उड़ा दें। भौसम के अनुसार कमरे का तापमान 22 और 25 डिग्री सेल्सियस के बीच में ही रखें।
मुझे गोद में ले लो
कई बार आपका शिशु केवल आपका दुलार चाहता है. चिंता न करें, अगर आप अपने शिशु को शुरुआती कुछ महीनों में अधिक समय तक उठा भी लेंगे, तो वह बिगड़ नहीं जायेगा। छोटे बच्चों को एमीरिक आराम और आश्वासन की बहुत जरूरत होती है। यदि आप अपने बच्चे को सीने से लगा के रखेंगे तो उसे आपकी दिल की धड़कन सुनकर दिलासा मिलेगा। आप शिशु को एक बेची लिंग मा फेरीयर में भी रख सकती है जो आपके सीने या पीठ पर बंधता हो ऐसा करने से शिशु आपकी गोद जैसा ही महसूस कर सकेगा और बाकी कामों के लिए आपके हांथ भी मुक्त रहेंगे।
मुझे आराम की जरूरत है
नवजातों के लिए काफी सक्रिय रहना भी कठिन होता है। उसके रोने एक मतलब होता है- बस, मेरे लिए यह काफी है। रो देना, चिडचिडापन होना, उदास हो कर छत की ओर घूरना नींद आने के कुछ उदाहरण है। उसे किसी आामदायक और खामोश स्थान पर लेकर जाएं। कुछ देर बाद आप पाएंगे कि अब वह सोने के लिए तैयार है।
मेरी तबियत ठीक नहीं है
अपने बच्चे में किसी भी परिवर्तन के बारे में सतर्क रहें। अगर का अस्वस्थ है, वह शायद यह हमेशा की तरह न रो पाए, रोने का अलग ही स्वर हो सकता है, थोडा कम या अधिक या फिर चीख कर लगातार रोना और अगर आपका शिशु आमतौर पर बहुत रोता है, लेकिन असामान्य रूप से शांत हो गया है, तो यह भी एक संकेत है कि उसकी तबियत ठीक नहीं है।
कोई भी आपके शिशु को इतनी अच्छी तरह से नहीं जान सकता जितना कि आप उसे जान सकती हैं। यदि आपको लगता है कि आपके शिशु की तबियत ठीक नहीं लग रही है तो डॉक्टर से बात करे और अपनी चिंताओं पर चर्चा करें। डॉक्टर को तुरंत बुलाएं, अगर आपका शिशु को रोते समय सांस लेने में कठिनाई हो रही है, या अगर रोने के साथ उसे बुखार, उल्टी, दस्त या कब्ज आदि की कोई समस्या है उसका समाधान करें।
मुझे कुछ चाहिए, पर पता नहीं क्या
कभी-कभी आपको यह समझने में कठिनाई होती है कि आखिर शिशु से क्यूं रहा है। देखा गया है कि अक्सर नवजात शिशु बीच में कुछ दिनों के लिए विडचिडे हो जाते है या फिर रोते ही राहते हैं। कभी -भी यह एकदम से हो चुप हो जाते हैं या फिर कभी कभी घन्टों तक रोते हैं। अक्सर यह पेट के दर्द यानी कि कोलिक की वजह से होता है। कोलिक कम से कम तीन दिनों के लिए, एक दिन में कम से कम तीन घंटे के लिए गमगीन रोने के रूप में प्रकट होता है। इससे निबटना कठिन होता है, वहीं इसकी कोई जादुई दवा भी नहीं है, हालांकि आपके लिए यह जानना फायदेमंद होगा कि दर्द कभी भी काफी दिनों तक नहीं रहता।
मेरा शिशु लगातार रो रहा है तो ऐसे में क्या करें?
हमारे प्रस्तुत लेख में कुछ नुस्खे दिए गए हैं जिनके माध्यम से आप अपने शिशु को आराम पहुंचा सकते हैं।
उसे लपेटें और कस कर पकड़े
आमतौर पर भाता-पिता यह देखते है कि उनके शिशु उनकी गोद में आते ही चुप हो जाते हैं, खासकर जब वह आपके दिल की धड़कन को सुन कर एक सुखद अनुभूति महसूस करते हैं। कई नवजात लिपटना और सुरक्षित महसूस करना पसंद करते है। जैसा कि वह गर्भ में रहते हैं, तो आप अपने शिशु को कंवल में लपेटें (यह स्वैडलिंग के नाम से जाना जाता है) या येथी स्लिंग में भी उसे रख सकते हैं ताकि वह जान सके कि क्या वह उसे पसंद करता है। हलांकि कुछ शिशु ऐसे भी होते हैं जिन्हें लिपटे हुए रहना बिलकुल पसंद नहीं होता।
एक लगातार ध्वनि खोजें
गर्भ में आपका शिशु आपके दिल की धड़कन लगातार सुनता रहता है। इसलिए मधुर संगीत की आवाज या लोरी से आपके शिशु को आश्वासन मिलेगा। कई माता पिता को लगता है कि घड़ी की टिक टिक के स्थिर लय अक्सर शिशु को खामोश करती है और सोने में भी उसकी मदद करती हैं। अब बाजार से संगीत के सखेडी या फिर टेप खरीद सकती है जो नन्हे शिशुओं को मुलाने में मदद करेंगी।
अपनी बाहों में शिशु को घुमाएं
अधिकतर बच्चे धीरे-धीरे हिलना पसंद करते है, इसके लिए या तो आप उसे टहलाएं या गोद में लेकर एक हिलने वाली कुर्सी में बैठे। खासतौर पर बच्चों के लिए बनाए झूले भी कुछ बच्चों को शांत कर देते हैं, और वह कई सो भी जाते है, जैसे ही उनको किसी कार में कहीं ले जाया जा रहा हो।
मालिश करके देखिए
आपके शिशु को मालिश भी शांत कर सकती है। जिन बच्चों को कोलिक (पेटदर्द) है वे कई बार पेट को धीरे-धीरे सालाने पर शांत हो जाते है। यह जानकर आपको भी बेहतर लगेगा कि आप कम से कम अपने शिशु को कष्ट से मुक्त कराने के लिए कुछ तो कर रहे हैं।
दूध पिलाने के लिए एक अलग स्थिति खोजे
कुछ बच्चे दूध पीते समय रोते हैं यदि आप स्तनपान करा रहीं है तो आपने देख होगा कि शिशु आराम से आपके स्तन को मुंह में लेता है जब वह शांत होता है। अगर फीड के दौरान शिशु को गैस हो रहा है, तो आप ऐसी स्थिति दूर करें, जिसमे वह थोडा और सीधा होकर दूध पी सके। दूध पिलाने के बाद शिशु को डकार अवश्य दिलाएं।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।