
रक्त की मात्र 5 बूंदों से एआई मॉडल बताएगा आपकी जैविक उम्र Publish Date : 04/04/2025
रक्त की मात्र 5 बूंदों से एआई मॉडल बताएगा आपकी जैविक उम्र
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
“आयु संबंधी होने वाली बीमारियों के बारे में भी समय रहते ही पता चल सकेगा।“
जापान के ओसाका विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) मॉडल विकसित किया है। यह खून की मात्र पांच बूंदों के आधार पर ही बता सकता है कि व्यक्ति की जैविक उम्र कितनी है। जैविक उम्र से पता चलता है कि व्यक्ति के फेफड़े, लिवर, किडनी, हार्ट और त्वचा जैसे महत्त्वपूर्ण अंगों की क्या दशा है। है। ये अंग जितने स्वस्थ होंगे, जैविक उम्र उतनी कम होगी। जैविक उम्र का पता लगाने के लिए फिलहाल डीएनए जांच की जाती है। नए एआई मॉडल के के माध्यम से यह जांच अब शीघ्रता से हो सकेगी।
साइंस एडवांसेज जर्नल में छपे शोध को स्वास्थ्य प्रबंधन की दिशा में बड़ा कदम बताया जा रहा है। इस एआई मॉडल की मदद से उम्र संबंधी बीमारियों के बारे में पहले से पता लगाया जा सकेगा और इनका उपचार समय रहते ही संभव हो सकेगा।
तनाव महत्त्वपूर्ण अंगों के लिए खतरनाक
शोध के दौरान डीएनएन (डीप न्यूरल नेटवर्क) विकसित किया गया। शोधकर्ताओं के अनुसार जब कॉर्टिसोल का स्तर दोगुना हो जाता है तो जैविक उम्र करीब डेढ़ गुना बढ़ जाती है। यानी अगर आप ज्यादा तनाव लेंगे तो जैव रासायनिक स्तर पर बुढ़ापे की प्रक्रिया तेज हो सकती है। तनाव के कारण शरीर के अंदरूनी अंग कमजोर हो जाते हैं। इससे आपकी जैविक उम्र कम हो जाती है।
शरीर में संतुलन हॉर्मोन पर निर्भर
शोध के लेखक डॉ. कियुई वांग का कहना है कि होमियोस्टेसिस (शरीर में संतुलन) बनाए रखने के लिए हमारा शरीर हॉर्मोन पर निर्भर है। शोध के दौरान हॉर्मोन को उम्र बढ़नेके प्रमुख संकेतकों के रूप में इस्तेमाल किया गया। टीम ने स्टेरॉयड हॉर्मोन पर फोकस किया, जो मेटाबॉलिज्म और इम्यून सिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।