गठिया एवं दिव्यांगता के मामले 40 से अधिक उम्र की महिलाओं में बढ़ रहे हैं      Publish Date : 07/03/2025

गठिया एवं दिव्यांगता के मामले 40 से अधिक उम्र की महिलाओं में बढ़ रहे हैं

                                                                                                    डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

वैश्विक स्तर पर ज्ञात हुआ कि इससे जुड़े दिव्यांगता के मामले बढ़ रहे हैं। एक ताजा शोध के माध्यम से पाया गया है कि पिछले तीन दशक में रजोनिवृत्ति काल के दौरान महिलाओं में ओस्टियोआर्थ्रायटिस और इसके परिणाम स्वरूप होने वाली दिव्यांगता के मामलों में 130 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। ओस्टियोआर्थराइटिस गठिया का सबसे आम प्रकार है, जिसमें शरीर के जोड़ों में दर्द एवं सूजन होती है।

                                                               

इस शोध का निष्कर्ष ब्रिटिश मेडिकल जनरल ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित किया गया है। जोड़ों की कार्टिलेज की गिरावट और क्षति आदि भी आर्थराइटिस का कारण बनी हुई है। हड्डियों का पुनर्निर्माण, जोड़ों की शिथिलता और पुराना दर्द होता है।

अकेले वर्ष 2020 में दुनिया भर में लगभग 59.5 करोड़ लोग इस समस्या से पीड़ित थे, जबकि यह दुनिया की आबादी का 8 प्रतिशत है। वर्ष 2021 में ओस्टियोआर्थराइटिस के 1,42,58,581 नए मामले सामने आए, अनुमान है कि वर्ष 2050 तक लगभग एक अरब लोग इस बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं।

चीन के हांग्जो मेडिकल कॉलेज एवं झेजियांग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने बताया कि इसका कारण यह है कि रजोनिवृत्ति से महिला हार्माेन एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट आती है। शोधकर्ताओं ने अध्ययन के दौरान वर्ष 1990 से वर्ष 2021 के बीच 204 देश के जोड़ों के दर्द से जुड़े मामलों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया था।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।