ब्लड प्रेशर में उतार एवं चढ़ाव के दुष्परिणाम Publish Date : 14/12/2024
ब्लड प्रेशर में उतार एवं चढ़ाव के दुष्परिणाम
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
“ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव के कारण हमारी याददाश्त भी होती है प्रभावित”
ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव की समस्या के लगातार होने के बाद हमारे शरीर में कई अन्य प्रकार की परेशानियां जन्म लेने लगती है। हाल ही में किए गए एक शोध में सामने आया है कि अगर बार-बार ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव होता है तो यह हमारी सोचने समझने की क्षमता पर भी बुरा असर डाल सकता है।
शोध में खासकर बुजुर्गों को लगातार अपने बीपी पर नजर रखने की सलाह दी गई है, जिससे इस पर नियंत्रण रखकर उनमें होने वाली संज्ञानात्मक परेशानी को दूर रखा जा सके। अमेरिका की यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 4770 लोगों पर किए गए इस अध्ययन में ऐसे लोगों ने प्रतिभाग किया, जिनकी औसत आयु 71 वर्ष थी। ब्लड प्रेशर का पता लगने से लेकर अगले कुछ वर्षों तक उनका फॉलोअप किया गया।
अध्ययन में शामिल लोगों की सोचने समझने की शक्ति के साथ ही उनकी याददाश्त संबंधी कई जांचें की भी गई। इन लोगों में से लगभग 66 प्रतिशत लोग अश्वेत और बाकी 34 प्रतिशत लोग श्वेत थे। ब्लड प्रेशर के समय के साथ बदलाव को देखते हुए लोगों को अलग अलग समूहों में बांटा गया। प्रतिभागियों की जांच की गई तो पाया गया कि ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव आने के चलते लोगों की सोचने समझने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है।
इसलिए ऐसे लोग जिनके ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव बना रहता है उन्हें समय रहते ही सचेत हो जाना चाहिए और अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए ठोस उपाय करने चाहिए।
अपने डॉक्टर से मिलकर समय-समय पर अपने रक्तचॉप की जांच करते रहना चाहिए, जिससे कि उनका ब्लड प्रेशर संतुलित बना रहे। क्योंकि यदि उनका ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है तो उनका जीवन भी सुरक्षित बना रहेगा।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।