प्रदूषण का दुष्प्रभाव आँखों पर      Publish Date : 19/11/2024

                       प्रदूषण का दुष्प्रभाव आँखों पर

                                                                                                                                            डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

प्रदूषण के कारण जहरीली हो रही हवा से खराब हो सकती हैं आपकी आंखें

                                                               

आंखों को प्रदूषित जहरीली हवा से गंभीर नुकसान होने का खतरा रहता है, इसलिए कुछ सावधानियां आवश्यक रूप से बरती जानी चाहिए। हवा में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है ऐसे में हवा में मौजूद नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, नाइट्रिक ऑक्साइड और सल्फर आदि की उच्च मात्रा आंखों पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। जहरीली हवा के संपर्क में आने से आंखों में लालिमा, जलन, खुजली, आंखों से पानी आना, धुंधला दिखाई देना और आंखों की पलकों में संक्रमण हो सकता है।

अगर आपको पहले से ही आंखों की कोई समस्या है तो प्रदूषित हवा के संपर्क में आने से यह बीमारियां और भी अधिक बढ़ सकती हैं। इस के कारण गंभीर एलर्जिक कॉन्सेप्टिवाइटिस और पलकों में संक्रमण और आंखों में सूखापन बढ़ सकता है।

                                                                  

वायु प्रदूषण ग्लूकोमा की समस्या को भी बढ़ा सकता है और यह इकुलर हाइपरटेंशन का कारण भी बन सकता है। इसके अतिरिक्त प्रदूषित हवा मोतियाबिंद में भी तेजी से वृद्धि कर सकती है। अगर आपको अपनी आंखों में ऐसा कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा है तो आपको तुरंत हर अपनी आंखों को साफ पानी से धोना चाहिए।

दूषित हवा में जाने से बचना चाहिए और नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह पर कोई आई ड्रॉप आंखों में डालें या किसी दवा का सेवन करें। आंखों की एक्सरसाइज करते रहें और अपनी आंखों को छूने से पहले हाथों को साबुन से अच्छी तरह से साफ करने के बाद ही छुएं। क्योंकि दूषित हाथों से आंखों को छूने से आंखों में लाली और खुजली आदि की समस्या हो सकती है।

अगर आंखों में कोई परेशानी हो रही है तो कोई भी आई ड्रॉप किसी विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह से ही डालनी चाहिए इसके साथ ही इस समय कांटेक्ट लेंस का उपयोग करने से यथासंभव बचना चाहिए।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।