क्या आपके पैर हमेशा ठंडे रहते हैं?      Publish Date : 16/11/2024

                       क्या आपके पैर हमेशा ठंडे रहते हैं?

                                                                                                                                             डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

कुछ लोगों के पैर, उनके शरीर के शेष अंगों की तुलना में ठंडे रहते हैं। इस दौरान उन्हें झुनझुनी की अनुभूति भी होती रहती है। इसके क्या कारण हैं?- पैर अगर शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में अधिक ठंडे रहते हैं तो यह खराब ब्लड सर्कुलेशन का संकेत हो सकता है, जिससे पैरों तक पर्याप्त मात्रा में रक्त का पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है। हृदय की स्थिति ब्लड सर्कुलेशन से सम्बन्धित समस्याओं का कारण बन सकती है, जिसके परिणाम स्वरूप हृदय को शरीर के माध्यम से रक्त को प्रभावी ढंग से पंप करने में संघर्ष करना पड़ता है।

                                                                   

ठंडे पैर आमतौर पर एनीमिया के कारण भी होते हैं। आयरन की कमी के कारण होने वाला एनीमिया स्वस्थ लोगों कों भी प्रभावित कर सकता है। अतः आप अपने आहार में बदलाव और पूरक आहार लेकर इस समस्या को आसानी से दूर कर सकते है। तंत्रिका क्षति के कारण मधुमेह से ग्रस्त व्यक्ति के पैर ठंडे हो सकते हैं।

पैरों में सुन्नता या झुनझुनी की अनुभूति भी हो सकती है। ऐसे में जो लोग तंबाकू का सेवन अथवा धूम्रपान आदि करते हैं और उनके पैर ठंडे रहते हैं, तो यह ‘‘बर्जर-डिजीज’के कारण भी हो सकता है। इस रोग के कारण हाथ-पैरों की रक्तवाहिकाएं सूज जाती हैं, जो तंबाकू का सेवन करने से जुड़ी होती हैं। परिणामस्वरूप रक्त प्रवाह धीमा होता है और रक्त के थक्के बन सकते हैं, जिससे संक्रमण हो सकता है।

                                                          

शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन ठीक से नही होने के कारण भी पैर ठंडे हो सकते हैं। बीपी कम होने पर भी पैर ठंडे रहते हैं। इससे बचने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करें और एक स्थान पर अधिक देर न बैठें और परेशानी के होने पर अपनी जांच अवश्य ही कराएं।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।