दिल की नसें ब्लॉक होने के लक्षण      Publish Date : 19/10/2024

                        दिल की नसें ब्लॉक होने के लक्षण

                                                                                                                                             डॉ0 दिव्योशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

दिल की नसें ब्लॉक होने से लगभग एक महीने पहले ही हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के लक्षण नजर आ सकते हैं। ऐसे में हमारे डॉक्टर साहब बता रहें हैं इन लक्षणों के बारे में विस्तार से-

हार्ट ब्लॉकेज से पहले दिखाई देते हैं कुछ इस प्रकार के लक्षण-

                                                                  

जब हृदय को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कोरोनरी धमनियों में कोई रुकावट या अवरोध उत्पन्न हो जाता है, तो इस स्थिति को मेडिकली भषा में कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज कहते हैं। यह रुकावट मुख्य रूप से धमनियों की भीतरी दीवारों पर प्लाक के जमा होने के कारण से होने लगती है।

इसके कारण हार्ट के आसपास की नसें और धमनियां संकरी हो जाती हैं और इससे होने वाले रक्त प्रवाह में बाधा आती है। रक्त प्रवाह बाधित होने के कारण हृदय तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त ब्लड नहीं पहुंच पाता है, जिसके कारण सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।

जब दिल की नसों में ब्लॉकेज हो जाती है, तो इसके कारण कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। दिल की नसें ब्लॉक होने पर शरीर में कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में, इन लक्षणों की समय पर पहचान करना बहुत जरूरी है जिससे कि समय के रहते ही इस समस्या का उपचार शुरू किया जा सके। आइए, आपको बताते हैं दिल की नसों में ब्लॉकेज या हार्ट ब्लॉकेज होने पर दिखाई देने वाले के लक्षणों के बारे में विस्तार से-

सीने में दर्द का होना

                                                                 

दिल की नसों में ब्लॉकेज होने से करीब एक महीना पहले से ही मरीज को सीने में दर्द या दबाव महसूस हो सकता है और इस स्थिति को एंजाइना कहा जाता है। दरअसल, इस स्थिति में शरीर में ब्लड फ्लो सही ढंग से नहीं हो पाता है, जिसके कारण सीने में दर्द होने लगता है। आमतौर पर, यह दर्द सीने के मध्य या बाईं ओर होता है। हालांकि, कभी-कभी यह दर्द कंधे, गर्दन, बाहों या जबड़े तक भी फैल सकता है।

श्वसन क्रिया में कठिनाई होना

हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति के होने पर सांस लेने में परेशानी जैसा भी महसूस हो सकता है। दरअसल, दिल की नसों में ब्लॉकेज आ जाने के कारण शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति सही तरीके से नही हो पाती है। इसके कारण मरीज को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। अगर आपको ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो आपको तुरंत ही अपने हेल्थ एक्सपर्ट की मदद लेनी चाहिए।

थकान और कमजोरी महसूस करना

                                                             

यदि पर्याप्त मात्रा में नींद लेने के उपरांत भी आपको हर समय थकान या कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह हार्ट ब्लॉकेज का संकेत भी हो सकता है। बिना किसी स्पष्ट कारण के थकान या कमजोरी महसूस होना इस बात का संकेत है कि आपका हृदय तक रक्त की आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो पा रही है। अगर आपको अपने आप में ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो आपको अविलंब अपने डॉक्टर से मिलकर अपना चेकअप करवाना चाहिए।

लगातार या बार-बार चक्कर आना

हार्ट में ब्लॉकेज आने की स्थिति में मरीज को चक्कर आने या बेहोशी जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। दरअसल, दिल की नसों में ब्लॉकेज होने के कारण रक्त प्रवाह में कमी हो सकती है, जिसके चलते मीज को चक्कर आना या बेहोशी की समस्या हो सकती है। अगर आपको बार-बार इस तरह की परेशानी हो रही है, तो आपको तुरंत ही अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।

दिल की धड़कनों का अनियमित होना

                                                               

दिल की अनियमित धड़कन होना भी हार्ट ब्लॉकेज का ही एक संकेत हो सकता है। अगर आपको पिछले कुछ दिनों से ऐसा महसूस होता है कि आपके दिल की धड़कन बहुत ज्यादा तेज या फिर बहुत धीरे चल रही है, तो इसे भूल कर भी आपको नजरअंदाज नही करना चाहिए। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए जिससे कि आपका समय के रहते ही उपचार किया जा सके।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।