विटामिन-डी की कमी से होने वाली समस्याएं      Publish Date : 16/09/2024

                 विटामिन-डी की कमी से होने वाली समस्याएं

                                                                                                                                   डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा 

विटामिन-डी मनुष्य के केवल शारीरिक ही नहीं अपितु मानसिक हेल्दी के लिए भी बहुत जरूरी होता है। हमारे शरीर को स्वास्थ्य रखने के लिए सभी पोषक तत्वों का संतुलित मात्रा में उपलब्ध होना जरूरी है। ऐसे ही पोषक तत्वों ही विटामिन-डी भी शामिल है। ऐसे में केवल विटामिन-डी की कमी के कारण हमारे शरीर को काफी बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। अतः विटामिन-डी की कमी के लक्षणों की जल्द ही पहचान करके इसकी कमी दूर करना जरूरी होता है।

                                                              

1.   विटामिन-डी की कमी के कारण हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं।

2.   विटामिन-डी की कमी के चलते व्यक्ति को मूड स्विंग्स और डिप्रेशन तक भी हो सकता है।

3.   विटामिन-डी की कमी आ जाने से हमारा मेटाबॉलिज्म और थायरॉइड ग्लैंड भी प्रभावित हो सकते है।

विटामिन-डी, जिसे सनशाइन विटामिन के रूप में भी जाना जाता है, हमारे शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है। यह हमारी हड्डियों, इम्यून सिस्टम और मूड को बेहतर बनाए रखने के साथ-साथ और भी कई चीजों के लिए जरूरी विटामिन होता है। हालांकि, अक्सर लोगों में इस विटामिन की कमी बनी ही रहती है।

                                                                   

विटामिन-डी की कमी के कारण हमें कई प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें कमजोर हड्डियां, डिप्रेशन और थायरॉइड आदि की समस्या भी हो सकती है। इसलिए विटामिन-डी की कमी से बचाव करना बहुत ही जरूरी है। अपने इस आर्टिकल में, हम विटामिन-डी की कमी के कुछ सामान्य लक्षणों के बारे में जानेंगे और इसके साथ ही, यह किन कारणों से होती है इसके बारे में भी जानने का प्रयास करेंगे।

हड्डियों का दर्द- विटामिन-डी हमारी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी विटामिन होता है। विटामिन-डी की कमी से हड्डियों में कमजोरी और दर्द भी हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि हमारे शरीर में विटामिन-डी कैल्शियम के अवशोषण के लिए जरूरी है।

                                                     

मांसपेशियों की कमजोरी- विटामिन-डी की कमी से हमारे शरीर की मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द हो सकता है। क्योंकि विटामिन-डी से हमारी मांसपेशियों के काम करने की क्षमता भी प्रभावित होती है।

थकान- विटामिन-डी की कमी के चलते अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि विटामिन-डी हमारे शरीर की मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है और मेटाबॉलिज्म के प्रभावित होने से ऊर्जा का उत्पादन कम हो जाता है।

माइग्रेन- कुछ लोगों के लिए, विटामिन-डी की कमी होने से यह माइग्रेन या सिरदर्द का कारण भी बन सकता है।

कील-मुंहासे- कुछ लोगों में विटामिन-डी की कमी के चलते कील और मुंहासे की समस्या बढ़ सकती है।

मूड स्विंग्स- विटामिन-डी हमारे मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। अतः विटामिन-डी की कमी हमें से मूड स्विंग्स, चिंता और डिप्रेशन आदि का सामना भी करना सकता है।

                                                                   

बालों का झड़ना- विटामिन-डी बालों के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी होता है। इसलिए विटामिन-डी की कमी से बालों का झड़ना शुरू भी हो सकता है।

इन्फेक्शन- विटामिन-डी हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, तो इसकी कमी से हमारी इम्युनिटी भी कमजोर हो जाती है जिससे हमारे शरीर में बार-बार संक्रमण होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।

दांतों की समस्याएं- विटामिन-डी हमारी हड्डियों के साथ ही हमारे दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी होता है। विटामिन-डी की कमी से हमारे दांतों की अनेक समस्याएं जैसे कैविटी और मसूड़े आदि से सम्बन्धित कोई बीमारी भी हो सकती है।

विटामिन-डी की कमी के कारण

                                                              

विटामिन-डी की कमी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से-

धूप के सम्पर्क में कम रहना- विटामिन-डी मुख्य रूप से सूर्य की रोशनी हमारी त्वचा के संपर्क में आने से बनता है। यदि आप पर्याप्त समय धूप में नहीं बिताते हैं, तो आप में विटामिन-डी की कमी हो सकती है।

मोटापा- मोटापा विटामिन-डी हमारे शरीर के अवशोषण की प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकता है।

डाइट में विटामिन-डी की कमी होना- विटामिन-डी हमारे कुछ दैनिक फूड आइटम्स में भी पाया जाता है, जैसे मछली, अंडे, और मशरूम आदि। यदि आप इन फूड आइटम्स का भरपूर सेवन नहीं करते हैं, तो आपको विटामिन-डी की कमी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

बुढ़ापा- उम्र बढ़ने के साथ विटामिन-डी का अवशोषण प्राकृतिक रूप से कम हो जाता है।

कुछ दवाएं- कुछ ऐसी दवाएं भी होती हैं जो विटामिन-डी के अवशोषण को कम कर सकती हैं।

विटामिन-डी की कमी का उपचार

                                                         

यदि आपको अपने शरीर में विटामिन-डी की कमी के उपरोक्त लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए। डॉक्टस ब्लड टेस्ट के माध्यम से यह पता लगा सकते हैं कि आपके आपके शरीर में विटामिन-डी का स्तर क्या है और इसके  अनुसार ह ीवह आपको इसका उपचार बता सकते हैं।

हालांकि, विटामिन-डी की कमी का इलाज आमतौर पर विटामिन-डी की सप्लीमेंट्स लेने से किया जाता है। आपका डॉक्टर आपके शरीर की जरूरतों के आधार पर खुराक निर्धारित कर सकते हैं। इसके साथ ही, धूप में समय बिताने और विटामिन-डी से भरपूर फूड्स खाने से भी विटामिन-डी की कमी को दूर किया जा सकता है।

लेखकः डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल मेरठ मेें मेडिकल ऑफिसर हैं।