यदि आपकी त्वचा पर काले धब्बे दिखाई दे तो हो जाएं सावधान Publish Date : 07/09/2024
यदि आपकी त्वचा पर काले धब्बे दिखाई दे तो हो जाएं सावधान
डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
हम सभी लोग चाहते हैं कि हमारा चेहरा सुंदर दिखाई दे और इसके लिए हम सभी प्रयास करते रहते हैं कि हमारा चेहरा दाग धब्बों से दूर रहे। वैसे बेदाग चेहरे का नूर तो देखते ही बनता है। परन्तु चेहरे हमेशा अच्छा बनाए रख पाना भी इतना आसान नहीं होता है। कई बार हमारे चेहरे पर कील मुंहासे हो जाते हैं तो कभी-कभी उस पर काले धब्बे भी दिखाई देने लगते हैं।
ऐसे में आजकल बदलती जीवन शैली और विभिन्न गलत आदतों के कारण त्वचा पर काले, भूरे, गुलाबी, ग्रे या लाल रंग के धब्बों की समस्याएं भी बहुतायत में देखी जा रही हैं जो अक्षर चेहरे माथे और नाक पर अधिक दिखाई देते हैं। इस समस्या को मेलाज्मा या हाइपर पिगमेंटेशन भी कहा जाता है।
हाइपरपिगमेंटेशन और मेलाज्मा क्या है
हाइपर पिगमेंटेशन, त्वचा पर पड़ने वाले गहरे धब्बों को कहा जाता है। यह तब होते हैं जब त्वचा में मेलेनिन नामक प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है। इससे त्वचा का रंग गहरा और काला नजर आने लगता है। इसके कारण डार्क स्पॉट दिेखाई लगते हैं।
इसी तरह मेलाज्मा भी मेलेनिन की अधिक मात्रा में बनने के कारण ही होता है। इसमें गालों और नाक के आसपास काले, भूरे और गुलाबी धब्बे बन जाते हैं। हालांकि, यह समस्या स्त्री और पुरूष दोनों में ही हो सकती है परन्तु फिर भी आमतौर पर इसका प्रभाव महिलाओं में ही अधिक दिखाई देता है।
कुछ महिलाओं के चेहरों पर इसके निशान छोटे होते हैं तो कुछ के चेहरों पर बड़े नजर आते हैं।
कारण त्वचा हो जाती है लाल
यह अक्सर धूप के सर्म्पक में अधिक रहने, उम्र बढ़ने, हार्माेनल असंतुलन या त्वचा के आघात आदि से उत्पन्न हो सकते हैं। यह समस्या महिलाओं मैं अधिक देखी जाती है क्योंकि वह जीवन में ढेर सारे हार्माेनल परिवर्तनों से गुजरती है, फिर चाहे तो उम्र का बढ़ना हो, गर्भावस्था हो या फिर रजोनिवृत्ति के समय चेहरे पर बदलाव।
आमतौर पर यही धब्बे और पिगमेंटेशन का कारण भी बनते हैं। वहीं फंगल संक्रमण भी चेहरे पर खुजली और काले धब्बे का एक आम कारण हुआ करता है। आजकल जंक फूड हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है और अधिकतर लोग अपने दैनिक जीवन में जंक फूड को अधिक प्रधानता दे रहे हैं।
वयस्तता के कारण लोग ऐसा करते हैं और जंक फूड का सेवन कर अपना दिन निकालते हैं। जंक फूड का अधिक सेवन से लिवर फंक्शन की समस्या हो जाती है और इससे भी लोागें के चेहरे का रंग बदलने लगता है। इसके अलावा तनाव और बढ़ता वर्कलोड भी इसका एक महत्वपूर्ण कारक होता है।
क्या करें उपचार
इस समस्या से निपटने के लिए विटामिन ए और सी से भरपूर पौष्टिक आहार का सेवन करना लाभकारी सिद्व हो सकता है। इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, त्वचा को हाइड्रेट रखने और शरीर में जमा टॉक्सिंस को बाहर निकलने में मदद करता है। अच्छी नींद भी त्वचा की मरम्मत और पुनर्निर्माण में सहायक होती है।
इसके अलावा आप योग और ध्यान आदि को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप तनाव को अपने से दूर करने का प्रयास कर सकती है, क्योंकि स्वथ, सुंदर और स्निग्ध त्वचा के लिए तनाव का आपसे दूर रहना बेहद जरूरी है। यदि आप इन बातों पर ध्यान देते हैं तो निश्चित रूप से आप त्वचा पर उभर रहे काले धब्बों से बचे रहेंगे।
होम्योपैथिक चिकित्सा पद्वति में इस समस्या का प्रभावी उपचार उपलब्ध है। अतः आप किसी अच्छे होम्योपैथ से भी अपना उपचार करा सकते हैं।
फोटो प्रोटक्शन ओर सनस्क्रीन है बेहतर
जब लोगों को लगे कि उनके त्वचा पर काले रंग के धब्बे उभर रहे हैं तो यह हाइपर पिगमेंटेशन का एक त्वचा का विकार है जो मेलाज साइट गतिविधि और मेलेनिन उत्पादन को प्रभावित करने वाले कई आंतरिक और बाहरी कारकों के कारण से होता है।
इन कारकों में अत्यधिक धूप में काम करते रहना, गर्भ निरोधक गोलियां का सेवन करना, सरसों के तेल या किसी अन्य प्रकार के तेल से एलर्जी होना और विशेष रूप से अनुवांशिक कारक शामिल होते हैं। इन स्थितियों के लिए वर्तमान में उपलब्ध उपचारों में फोटो प्रोटेक्शन, टाइपिंग मीटिंग एजेंट और लेजर ट्रीटमेंट आदि को शामिल किया जा सकता है।
इस परेशानी में यूवी किरणों से बचना भी बहुत जरूरी है और इसके लिए फोटो प्रोटेक्शन और सनस्क्रीन बेहतर काम करती हैं। किसी विशिष्ट उपचार के लिए आपको त्वचा रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए और केमिस्ट की ओवर द काउंटर दवाओं का प्रयोग करने आपको से बचना चाहिए।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।