स्वास्थ्य ठीक रखना खुशबूदार मोमबत्तियों से बनाएं दूरी Publish Date : 14/08/2024
स्वास्थ्य ठीक रखना खुशबूदार मोमबत्तियों से बनाएं दूरी
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
आजकल बाजार में खुशबू बहाती हुई चीज काफी आ रही है। इस खुशबू से महकता घर सभी को पसंद है, लेकिन मामबत्तियां की कृत्रिम खुशबू आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। अतः इसके लिए आपको हमेशा सतर्क रहना होगा। लोग अक्सर घर सजाने के लिए खुशबूदार मोमबत्तियां का उपयोग करते हैं, लेकिन यह कृत्रिम खुशबू घर में रहने वाले लोगों को बीमार भी बना सकती है। विभिन्न वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि कृत्रिम खुशबू सेहत के लिए हानिकारक होती है, दरअसल अधिकांश खुशबूदार मोमबत्तियां में पैराफिन वैक्स और कई प्रकार के कार्बनिक यौगिक आदि से युक्त होती हैं जो पेट्रोलियम के उप उत्पाद से बनाए जाते हैं और जब यह मोम जलता है तो मोमबत्ती यह बेंजीन और टाल्यूईन जैसे हानिकारक रसायनों का उत्सर्जन करती है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।
मामबत्तियां जलने पर धुएं और छोटे कणों का उत्सर्जन करती हैं जो घर के अंदर की हवा को दूषित करते हैं और अस्थमा एवं अन्य स्वसन रोगों के कारण भी बन सकते हैं। इन मोमबत्तियां में कृत्रिम सुगंध लाने के लिए कैथोड जैसे खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। मामबत्तियां जलने पर यह रसायन सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और हॉर्मोनल असंतुलन के अलावा एवं कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करते हैं। कुछ लोगों को खुशबूदार मोमबत्तियां की गंध से सिर दर्द और उल्टियों की शिकायत या एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए खुशबूदार मोमबत्तियां के उपयोग से बचने की जरूरत होती है। यदि लंबे समय तक खुशबूदार मोमबत्तियों के उपयोग करने से दिल की बीमारी और कैंसर जैसे घातक रोग भी हो सकते हैं।
अस्थमा और सीओपीडी के रोगी ऐसी मामबत्तियां अगरबत्तियों या रूम फ्रेशनर से बचकर रहे तो उनका स्वास्थ्य ठीक बना रहेगा।
लेखकः डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मा, जिला चिकित्सालय मेरठ, में मेडिकल ऑफिसर हैं।