कुट्टू के आटे से बनी रोटी वजन कम करने में सहायक Publish Date : 09/08/2024
कुट्टू के आटे से बनी रोटी वजन कम करने में सहायक
डॉ0 सुशील शर्मां एवं मुकेश शर्मां
कुट्टू के आटे में प्रोटीन और फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं जिससे धीरे-धीरे वजन नियंत्रित होने लगता है। कुट्टू के आटे की रोटी खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बहुत फायदेमंद भी होती है। इसमें विटामिन बी6, प्रोटीन, फाइबर, कॉरपस फैट, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और सोडियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
कुट्टू की रोटी खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है। कुट्टू की रोटी में मौजूद फाइबर शरीर में इंसुलिन स्पीक को रोकने में मदद करता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है और डायबिटीज के लक्षणों को काम किया जा सकता है। इसमें फाइबर और नियंत्रित होता है जो दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
कुट्टू के आटे में फ्लेवरेट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। इसके सेवन से शरीर में बेड कोलेस्ट्रोल का स्तर कम होता है और हृदय से जुड़ी बीमारियों के जोखिम कम होते हैं। कुट्टू के आटे में आयरन मौजूद होता है जो खून में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में मदद करता है। इसके सेवन से थकान और कमजोरी जैसी समस्याओं से निपटने में भी मदद मिलती है।
कुट्टू के अधिक सेवन से कब्ज दाने और सूजन हो सकती है। इसका आटा जल्दी खराब हो जाता है इसलिए पुराना आटा खाने से फूड प्वाइजनिंग और गैस्ट्रिक जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए इसका आटा फ्रेश ही लें और उसी का इस्तेमाल करें तभी आपको लाभ मिलेगा। यदि आपने अधिक दिनों तक रखे हुए आटे का इस्तेमाल किया तो आपको कई शारीरिक बीमारियां भी हो सकती हैं, इसलिए खाते समय सावधानी रखें और नये आटे का ही प्रयोग करें।
लेखक: डॉ0 सुशील शर्मां, पिछले 25 वर्षों से कंकर खेड़ा मेरठ में एक आयुर्वेंदिक चिकित्सक के रूप में कार्यं कर रहे हैं।