आपके पैरों में भी यदि होती है सूजन तो दे ध्यान Publish Date : 31/07/2024
आपके पैरों में भी यदि होती है सूजन तो दे ध्यान
डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर
लगातार बैठकर काम करने की वजह से पैरों में सूजन कुछ लोगों में आ जाती है व्यायाम से इससे छुटकारा पाया जा सकता है। आज हमारी दिनचर्या ऐसी हो गई है जिसमें शारीरिक गतिविधियां बहुत कम हो गई हैं हम ऑफिस में भी अधिकांश समय कुर्सी पर बैठकर ही काम करते हैं। इस तरह लगातार बैठे रहने की वजह से हमारी जांघों पर चर्बी जमा होने लगती है और पर फुल फुल लगने लगता है। ऐसी स्थिति में हमें सीडीओ पर चढ़ने उतरने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा घुटनों में दर्द और ऐंठन बढ़ जाती है।
इन समस्याओं को कम करने के लिए पैरों को तोड़ करना होगा और इसके लिए व्यायाम करना बेहद जरूरी है। इससे पैरों की मजबूती को भी बढ़ाया जा सकता है। पैरों पर
जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करने के लिए स्टेप अप बॉक्स एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग की जा सकती है। इस तरह के व्यायाम करने से न केवल तेजी से दौड़ने में मदद।
रोजाना मल्टीविटामिन कैप्सूल के सेवन से नहीं बढ़ती है उम्र
यदि आपको अपनी सेहत का ख्याल रखना है तो उसे पर विशेष ध्यान देना होगा आजकल सेहत को संभालने के लिए लोग रोजाना मल्टीविटामिन खा रहे हैं तो इसका अर्थ यह नहीं है कि वह दीर्घायु होंगे और उनकी आयु भी काफी बढ़ जाएगी। अमेरिका में करीब दो दशक तक चार लाख लोगों पर किए गए अध्ययन के बाद यह सामने आया है कि साथ ही यह भी पता चला है कि महिलाओं में मल्टी विटामिन का प्रयोग अधिक बढ़ रहा है।
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ के अध्ययन के मुताबिक लंबे समय तक रोजाना मल्टीविटामिन लेने से भी स्वस्थ वयस्कों में जल्दी मृत्यु का जोखिम कम नहीं होता है। यह अध्ययन जमा नेटवर्क ओपन में प्रकाशित हुआ है शोधकर्ताओं के अनुसार अमेरिका में 33% स्वस्थ व्यस्त रोजाना मल्टीविटामिन का इस्तेमाल करते हैं, उनका मानना है कि इससे न सिर्फ उनका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा बल्कि वह अन्य बीमारियों से भी बचे रहेंगे इससे उन्हें लंबा और स्वस्थ जीवन हासिल होगा।
हालांकि अब तक किए गए अध्ययनों में इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि मल्टीविटामिन उन लोगों के लिए जरूर लाभप्रद है जिनमें किसी तरह के पोषण विशेष की कमी है। इस अध्ययन में मल्टीविटामिन का प्रयोग और गंभीर बीमारी खासतौर से कार्डियो वैस्कुलर डिजीज या कैंसर से होने वाली मृत्यु के बीच संबंध को समझने की कोशिश की गई है। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों को तीन समूह में बांटा पहला दिन में मल्टीविटामिन का प्रयोग कभी नहीं हुआ दूसरे ने कभी-कभी किया और तीसरे ने रोजाना मल्टीविटामिन का सेवन किया।
शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों की दो दशक तक निगरानी की और कुछ पर तो 27 वर्षों तक नजर रखी और उनके समय-समय पर नमूने देखकर अध्ययन किया। अध्ययन के दौरान 164762 प्रतिभागियों की मौत हो गई इनमें 30% की कैंसर से 21% की हृदय रोग और 6 IV की मस्तिष्क संबंधी बीमारी के कारण मौत हुई।
चार प्रतिशत अधिक है मृत्यु का जोखिम रोजाना सेवन करने पर
विश्लेषण के दौरान चौंकाने वाला यह तथ्य भी सामने आया है कि जो लोग रोजाना मल्टीविटामिन सप्लीमेंट का सेवन करते थे, उनमें इनका इस्तेमाल न करने वालों की तुलना में चार प्रतिशत करने का जोखिम अधिक था। हालांकि इस शोध की बहुत सारी सीमाएं हैं जिसके परिणाम को अभी बड़ी आबादी के लिए समान नहीं कहा जा सकता है। इस क्षेत्र में और अध्ययन किया जा रहा है हो सकता है कि वे लोग जिम पहले से ही कोई रोग हो उसमें इस तरह के परिणाम देखने को मिले हो।
जिन लोगों में पोषण की कमी उन्हें करता है मल्टीविटामिन फायदा
अध्ययन में सामने आया है कि ऐसे स्वस्थ वयस्क जो आहार के जरिए पर्याप्त पोषण नहीं ले रहे हैं उन्हें रोजाना मल्टीविटामिन लेने का कोई फायदा नहीं है। बल्कि ऐसे लोग जो किसी खास तरह की पोषण की कमी या आयु संबंधी परेशानी का सामना कर रहे हैं, उनके लिए रोजाना इसका इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। लेकिन यदि आप रोजाना पर्याप्त आहार ले रहे हैं और उसमें मल्टीविटामिन के स्थान पर आप हरी सब्जी डालें प्रोटीन के अन्य नेचुरल सोर्सेस का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको मल्टीविटामिन लेने की आवश्यकता नहीं है।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला अस्पताल मेरठ में मेडिकल ऑफिसर हैं।