तनावग्रस्त जीवनशैली फैला रही है लोगों में केंसर Publish Date : 29/07/2024
तनावग्रस्त जीवनशैली फैला रही है लोगों में केंसर
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मां
एक तनावग्रस्त जीवन शैली आपको न सिर्फ डायबिटीज और ब्लडप्रेशर आदि रोग बल्कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का भी शिकार बना रही है। कई वर्षों के अध्ययन के आधार पर दावा किया है कि हर व्यक्ति के मन में किसी न किसी भय के कारण तनाव बढ़ रहा है। लंबे समय तक तनाव में रहने से कैंसर जकड़ लेता है। शोधों के अनुसार जब कोई तनाव में आता है तो शरीर की रक्षा प्रणाली प्रतिक्रिया देती है, जिसके तहत एड्रिनल ग्लैन्ड में कार्टीसाल नाम का हॉर्मान उत्पन्न होता है जो पाचन तंत्र, प्रजनन अंग, पैंक्रियाज जैसे तमाम अंगों को अस्थायी रूप से निष्क्रिय करके खून में ढेर सारी ग्लूकोज इकट्ठा कर देता है।
शरीर को ग्लूकोज का उपयोग करने के लिए उसी अनुपात में कई गुना ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है। खून में बढ़ा ग्लूकोज आमतौर पर इस्तेमाल नहीं हो पाता और खून में वसा की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे हृदयरोग की बीमारी जन्म लेती है।
पैंक्रियाज की बीटा कोशिकाओं पर क्षमता से कहीं ज्यादा दबाव पड़ता है, जिसके कारण वह ठीक से काम नहीं कर पातीं और व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो जाता है। शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण नॉन सेल्युलर नामक परिस्थिति उत्पन्न होती है। इसकी वजह से कोशिका में मौजूद ग्लूकोज फरमेंट हो जाता है और ऐसी कोशिकाओं का आवरण सख्त हो जाता है, जिनमें ना तो ऑक्सीजन जा सकती है और ना ही उसमें से अपव्ययी पदार्थ बाहर निकल सकता है। ऐसी कोशिकाओं को ही मेलिग्नेंट सेल या कैंसर सेल कहा जाता है।
इन कोशिकाओं के अंदर की फरमेंटेड सुगर स्वस्थ कोशिकाओं की सुगर को भी फरमेंट करती जाती हैं और इस प्रकार शरीर में कैंसर फैल जाता है।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, हंस हॉस्पिटल मेरठ में मेडिकल ऑफिसर हैं।