गर्मी से मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ता है रहें सतर्क

                 गर्मी से मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ता है रहें सतर्क

                                                                                                                                                                डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

पिछले एक महीने गर्मी के कारण लोग परेशान है। अभी कुछ दिन तक यह गर्मी अपना तांडव इसी प्रकार से दिखती रहेगी अत्यधिक गर्मी का हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बहुत से लोगों के व्यवहार में अत्यधिक परिवर्तन आ जाता है, लोगों में चिड़चिड़ापन अवसाद या अत्यधिक गुस्सा का सामना करना पड़ता है। इसका कारण मस्तिष्क के अंदर न्यूरोट्रांसमीटर का असंतुलित होना होता है।

                                                        

गर्मी में हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को जितनी बीमारियां प्रभावित करती हैं, लेकिन यह मौसम मानसिक स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव डालता है। डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर ने बताया कि अत्यधिक गर्मी में कुछ लोगों के मस्तिष्क के अंदर न्यूरोट्रांसमीटर अंचलित असंतुलित हो जाते हैं। न्यूरोट्रांसमीटर का काम मस्तिष्क को नियंत्रित करना है, इनके असंतुलित होने से चिड़चिड़ापन गुस्सा अवसाद एंजाइटी के साथ-साथ याददाश्त और एकाग्रता की कमी भी देखी गई है।

मस्तिष्क के अंदर न्यूरोट्रांसमीटर के संतुलन का अधिक या काम प्रभाव हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है। यह अत्यधिक गर्मी के साथ-साथ अत्यधिक साड़ी में भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। मानसिक समस्या का लक्षण दिखने पर मनो चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। समय पर यदि आपने उपचार ले लिया तो शायद जल्दी ठीक हो सकते हैं।

                                                        

दो दिव्यांशु सेंगर ने बताया कि गर्म मौसम में समान स्वास्थ्य की तरह मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने वाले कदम उठाना काफी है, जैसे दोपहर को गर्मी में जाने से बचें पर्याप्त पानी पीते रहे मसालेदार और ताले भोजन से परहेज रखें। दोपहर में हल्का और पौष्टिक आहार लें। पर्याप्त नींद ले और तनाव कम करने को योग प्राणायाम भी कर सकते हैं। अधिक समस्या होने पर किसी भी मनोचिकित्सक से इसका इलाज ले।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, हंस हॉस्पिटल मेरठ के मेडिकल ऑफिसर हैं।