एयर कंडीशनर से निकलकर सीधे धूप में ना जाएं

                 एयर कंडीशनर से निकलकर सीधे धूप में ना जाएं

                                                                                                                                                        डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                                                         

देश में तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है कहीं-कहीं तो यह तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है, इससे हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक से पीड़ित होकर तेज बुखार के साथ मरीज पहुंच रहे हैं और पिछले दो-तीन दिनों में भी एडिशन एवं हीट स्ट्रोक के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर ने बताया कि थोड़ी सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। एसी से निकलकर तुरंत धूप में जाना जानलेवा भी हो सकता है, उन्होंने बताया कि शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहता है। वातावरण का तापमान अधिक होने पर पसीना निकलता है जो शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में मदद करता है, लेकिन अधिक देर तक गर्मी में रहने के कारण पसीना अधिक निकलने से शरीर में नमक वैन की कमी होने लगती है और ऐसी स्थिति में पर्याप्त पानी व तरल पदार्थ नहीं लेने पर डिहाइड्रेशन शुरू हो जाता है।

                                                                            

लू से हिट एक्सर्शन सांस व हृदय रोग की परेशानी बढ़ सकती है

यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित करता है, इससे महत्वपूर्ण अंग खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। एसी वाले कमरे का तापमान 20 से 22 डिग्री होता है, ऐसी स्थिति में ठंड से अचानक अधिक गर्म स्थान पर तेज धूप में जाने से स्टॉक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए सोच समझ कर धूप में निकले जब जरूरत हो तभी बाहर जाएं अन्यथा दोपहर की गर्मी से कोशिश करें कि उनको बाहर न जाना पड़े। यदि आपको स्किन डिजीज है तब भी धूप में जाने से बच्चे क्योंकि आपकी त्वचा जैसे ही सूर्य की करने के संपर्क में आएगी वह स्क्रीन डिजीज को और अधिक बढ़ा देगी। अधिक गर्मी के कारण और सूर्य की रोशनी में जाने से सन बर्न की समस्याएं बढ़ रही है।

लेखकः डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाला शर्मा जिला चिकित्सालय, मेरठ में मेडिकल ऑफिसर हैं।