वृक्ष एक शब्द Publish Date : 10/12/2023
वृक्ष एक शब्द
-बुद्विनाथ मिश्र
शब्द मुझसे पूछ बैठा आज।
तुम मेरी कीमत समझते हो ?
बूझते हो क्या मेरी आवाज ?
शब्द मुझसे पूछ बैठा आज।
पेड़ के कटते वक्त होता मै नही
होते वहाँ पर यंत्रणा-आक्रोश
और होती चीख
तुम हवा से माँगते मुझको
कि जैसे माँगता कोई गुदड़िया
चीथड़ों की भीख
मन्त्र या अपशब्द मुझसे किस तरह बनते
जानते हो यह राज ?
शब्द मुझसे पूछ बैठा आज।
मैं नगीने - सा कभी जड़ता
अँगूठी में
और चिड़िया बन कभी
सेती मुझको कविता
मैं जब तराशा गया
कोई बना विग्रह
शेष के मस्तक पर चमकता नित्य
फण-मणि सा
मैं उठा तो लघु हुई आकाश गंगाएँ
पर गिरा ता क्यों हुआ मैं गाज ?
शब्द मुझसे पूछ बैठा आज।
प्रस्तुतिः मुकेष शर्मा