हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को क्यों चुनें, जानें टिप्स Publish Date : 16/02/2024
एक्सपर्ट टिप्स
हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को क्यों चुनें, जानें टिप्स
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
बीते साल हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में जबरदस्त तेजी दर्ज हुई है। यहां कई अवसर बन रहे हैं। यहां हम बता रहे हैं इस इंडस्ट्री में करियर बनाने के कुछ अन्य फायदो के बारे में-
विभिन्न ताजा रिपोर्ट्स की मानें, तो होटल इंडस्ट्री में बीते साल की शुरुआती छमाही में 2021 की तुलना में 140 फीसदी ज्यादा का लेनदेन हुआ। साफ है कि होटल और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री कोरोना महामारी के बाद अब फिर से पूरे परवान पर है। यहां हम बता रहे हैं इस इंडस्ट्री में करियर चुनने के कुछ और फायदेः
वर्क कल्चर : हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री का वातावरण बहुसांस्कृतिक होता है। यहां का वर्क कल्चर अदब, मिलनसारिता और अनुशासन का मिलाजुला रूप होता है। इस तरह कार्य जिम्मेदारियों व मेहमानों के प्रति उत्तरदायित्वों की बात करें, तो वहां माहौल आपको खुशहाल और मुस्कुराता मिलेगा।
विविध अनुभव : हॉस्पिटैलिटी के कोर्सेज के दौरान आपको कई तरह से अंतराष्ट्रीय कार्य अनुभव से भी दोर-चार कराया जाता है। जैसे आईएचएम, पूसा, नई दिल्ली या ओबेरॉय सेंटर फॉर लर्निंग ऐंड डेवलपमेंट में आदि के करिकुलम में अंतरराष्ट्रीय अनुभव के कुछ मौके मिलते हैं। नौकरी के दौरान विभिन्न हस्तियों से मिलने का मौका भी मिलता है।
विविध अवसरः यहां एंटरटेनमेंट ऑर्गेनाईजर, पब्लिक रिलेशन, कंप्यूटर एप्लीकेशंस के स्किल वालों के लिए भी अवसर होते हैं। साथ ही इवेंट मैनेजर, रेस्टोरेंट मैनेजर शेफ, इवेंट कोऑर्डिनेटर, रिसॉर्ट मैनेजर, हाउस कीपिंग मैनेजर, चीफ सोमेलियर (बाइन सर्विस इंचार्ज), कॉन्सिअर्ज (होटल बुकिंग इंचार्ज) जैसे विविध स्किल के लिए जॉब्स होती हैं।
शानदार आयः एक्शिन बॉक्स के अनुसार सैलरी शुरुआत में 3 से 6 लाख रुपये प्रति वर्ष तक मिल सकती है। ज्यादा आय वाले पद हेड शेफ, मैनेजर, कॉन्सिअर्ज आदि होंगे।
कैसे करें शुरुआतः बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट में बीबीए, ट्रैवेल टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी में बीबीए आदि डिग्री कोर्स हैं। केटरिंग सर्विसेज और कुलिनरी आर्ट के डिग्री कोर्स करें राष्ट्रीय, राज्य और यूनिवर्सिटी स्तर की प्रवेश परीक्षाएं होती हैं. साथ ही कई होटल अपनी प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं।
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।