भीड़ में भीड़ से अलग कैसे दिखें?      Publish Date : 22/06/2025

                भीड़ में भीड़ से अलग कैसे दिखें?

                                                                                                                                                                  प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

अपना नेटवर्क बढ़ाएं, कामों में रचनात्मकता और कुछ नयापन लाएं, क्योंकि ऐसे लोगों की ही पूछ हर जगह होती है।

कभी-कभी जीवन के किसी महत्वपूर्ण पड़ाव पर आकर हमें अपने कार्यों में कुछ रचनात्मकता की कमी होने का अहसास होता है। जाहिर है, ऐस में कि बिना रचनात्मकता के किया गया कार्य भी नीरस लगता है। ऐसा अक्सर उस समय होता है, जब आपके द्वारा किए गए कार्यों में नए पन का अभाव होता है। अगर आपके साथ भी ऐसी स्थिति है, तो यह परेशानी का कारण भी बन सकती है, क्योंकि चाहे आप कोई छात्र हों या फिर पेशेवर, प्राथमिकता सदैव ऐसे हीं लोगों को दी जाती है, जिनके कार्यों में रचनात्मकता समावेश होता है। इसलिए यदि आप अपने कार्य में नवीनता लाना और उसे अन्य लोगों से हटकर दिखाना चाहते हैं, तो आप इस कार्य को करने में ऐसी तकनीकों को अपनाएं, जो आपके कॅरियर के लिए अधिक कारगर सिद्व हो सकती हैं।

सबसे पहले अपने नेटवर्क का दायरा बढ़ाएं

कार्यों में रचनात्मकता और नएपन के अभाव का सबसे मुख्य कारण होता है अनुभव की कमी। इसके लिए आप अनुभवी और अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ लोगों से बातचीत करें और उनके अनुभवों को अपने कार्यों में शामिल करें। इसक साथ ही उनसे वह गतिविधियाँ सीखने का प्रयास करें, जिसके बारे में आप पहले से नहीं जानते थे। आप ऐसे कार्यक्रमों का भी हिस्सा बन सकते हैं, जो आपके कार्यक्षेत्र क्षेत्र के बाहर हैं। इससे आपको अपने क्षेत्र से अलग भी कुछ नया सीखने का अवसर प्राप्त होगा।

थोड़ी सी नकारात्मकता से भी सीखें

इसके लिए आप अपने पेशेवर या छात्र जीवन में ऐसे समस्त कारणों की पहचान करें, जिनके कारण आप अपने कामकाजी जीवन में नकारात्मकता महसूस कर रहे हैं। अक्सर लोग नकारात्मक विचारों से भागते हैं, लेकिन वास्तव में सत्य तो यह है कि रचनात्मकता को बढ़ावा देने में आपके यही विचार काफी हद तक मदद भी कर सकते हैं, यदि आप इनसे कुछ सीखने का प्रयास करते हैं। इस प्रक्रिया से आपकी सोच का दायरा और किसी काम को नए तरीके से करने के विभिन्न कौशल भी विकसित हो सकते हैं।

आपके कार्यों में एक प्रवाह का होना भी जरूरी

किसी भी काम को पूरी तल्लीनता से करना ‘प्रवाह’ के रूप में जाना जाता है। प्रवाह की विशेषता गहन ध्यान, पूर्ण भागीदारी, आनंद की भावना और अपना शत-प्रतिशत देना होता है। इसके लिए आप ऐसी गतिविधियों में शामिल होने का प्रयास करे, जो आपको प्रवाह की स्थिति में लेकर जाए। यह आपको अपनी रचनात्मक क्षमता का पूरी तरह से उपयोग करने में मदद कर सकती है और दैनिक जीवन आई एकरसता से राहत प्रदान कर सकती है।

प्रकृति के साथ समय मूल्यवान व्यतीत करें

ऐसे लोग जो कि अपना समय प्राकृतिक वातावरण में अधिक व्यतीत करते हैं, वह अन्य लोगों की तुलना में अधिक रचनात्मक होते हैं, क्योंकि ऐसे लोगों में अपने अंदर की कमियों का गहन विश्लेषण करके उनको दूर करने की अद्भुत कला होती है। इससे आप चीजों को बेहतर ढंग से सोचने-समझने में सक्षम हो जाते हैं। यदि आप अपने कार्य को अधिक बेहतर बनाना चाहते हैं, तो अपने कार्यों को उचित समय दें और शांत वातावरण में उसके सफल संचालन के लिए व्यवहारिक योजनाएं बनाएं।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।