रोजगार से सम्बन्धित गतिविधियों के अन्तर्गत बढ़ती हुई महिलाओं एवं पुरूषों की भागीदारी      Publish Date : 04/03/2025

रोजगार से सम्बन्धित गतिविधियों के अन्तर्गत बढ़ती हुई महिलाओं एवं पुरूषों की भागीदारी

                                                                                                                          प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

समय के सदुपायोग पर किए गए एक सरकारी सर्वेक्षण के अनुसार, 15 से 59 आयुवर्ग के पुरूषों एवं महिलाओं की एक दिन में रोजगार एवं सम्बन्धित गतिविधियों में भागीदारी अब क्रमशः 75 प्रतिशत और 25 प्रतिशत दर्ज की गई है, जबकि वर्ष 2019 के र्वे के अनुसार यह आंकड़ा क्रमशः 70.9 प्रतिशत और 21.8 प्रतिशत रहा था।

                                            

सांख्याकी मंत्रालय ने अपने द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा है कि राष्ट्रीय सांख्याकी कार्यालय (एनएसओ) ने जनवरी-दिसम्बर 2019 के दौरान प्रथम अखिल भारतीय समय उपयोग सर्वेक्षण (टीयूएस) का आयोजन किया। जारी किए गए बयान के अनुसार, जनवरी-दिसम्बर 2024 के दौरान आयोजित किए गया वर्तमान सर्वेक्षण कुलमिला कर इस प्रकार का दूसरा अखिल भारतीय सर्वेक्षण है। समय उपययोग सर्वेक्षण (टीयूएस) लोगों के द्वारा विभिन्न गतिविधियों पर दिए गए समय को मापने के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है।  

सर्वेक्षण 2024 के सर्वेक्षण के निष्कर्षों से ज्ञात होता है कि 15 से 59 आयु वर्ग के 75 प्रतिशत पुरूष और 25 प्रतिशत महिलओं ने 24 घंटे के सन्दर्भ अवधि के दौरान रोजगार और इससे सम्बन्धित गतिविध्यिों में सक्रिय रूप से भाग लिया।

सर्वेक्षण में कहा गया है कि वर्ष 2019 के दौरान इसी आयु वर्ग के पुरूषों की भगीदारी 70.9 प्रतिशत तो महिलाओं की भागीदारी 21.8 प्रतिशत रही थी।

                                     

अवैतनिक घरेलू श्रम सेवाओं के अन्तर्गत महिला प्रतिभागियों ने वर्ष 2019 की 315 मिनट की तुलना में वर्ष 2024 के दौरान लगभग 305 मिनट व्यतीत किए, जो अवैतनिक से सशुल्क गतिविध्यिों की ओर संकेत करता है।

इस प्रकार 15 से 59 वर्ष के आयुवर्ग की लगभग 41 प्रतिशत महिलाओं ने अपने घर के सदस्यों की देखभाल करने में भाग लिया और इसी आयुवर्ग के पुरूषों की भागीदारी 21.4 प्रतिशत रही थी।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।