बोर्ड परीक्षा के तनाव से छात्र- छात्राओं की उड़ रही है नींद Publish Date : 15/01/2025
बोर्ड परीक्षा के तनाव से छात्र- छात्राओं की उड़ रही है नींद
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
छात्रों की किसी भी तरह की परेशानी को लेकर किसान जागरण डॉट कॉम तथा समिति ऑफ़ ग्रीन वर्ल्ड फॉर सस्टेनेबल एनवायरमेंट ने सहायता के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर-
फरवरी माह में सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों की सहायता के लिए सोसाइटी ऑफ ग्रीन वर्ल्ड एंड सस्टेनेबल एनवायरमेंट तथा किसान जागरण डॉट कॉम वेबसाइट द्वारा सहायता हेतु एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। ऐसे में जो अभ्यर्थी किसी प्रकार की कोई परेशानी महसूस कर रहे हैं वह वेबसाइट पर या दिए गए नंबर पर अपने प्रश्न लिखकर व्हाट्सएप्प कर सकते हैं। विषय विशेषज्ञों के माध्यम से इन प्रश्न को हल करके छात्र-छात्राओं की सहायता की जाएगी, जिससे कि वह घबराएं नहीं और अपनी परीक्षा को अच्छे अंक के साथ पास कर सकें।
बोर्ड परीक्षा की तिथियां की घोषण हो चुकी है। 15 फरवरी से सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा से इनका आगाज होने जा रहा है। बच्चे अभी से ही परीक्षा को लेकर तनाव महसूस कर रहे हैं। बच्चों को तनाव न हो उसको दूर करने के लिए सोसाइटी ऑफ ग्रीन वर्ल्ड फॉर सस्टेनेबल एनवायरमेंट के द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिस पर अभिभावकों के द्वारा यदि उनके बच्चे को कोई परेशानी महसूस होती है तो उसके सम्बन्ध में प्रश्न पूछे जा सकते हैं। उनके प्रश्नों का समाधान विषय विशेषज्ञों तथा डॉक्टर से कराने की कोशिश की जाएगी।
इस समय ज्यादातर अभिभावक परीक्षा पास होने के कारण बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगा रहा है के जैसी समस्या से परेशान है। साथ ही साथ वह महसूस कर रहे हैं कि उनका बच्चा मोबाइल पर अधिक समय दे रहा है, तो इस आदत से कैसे छुटकारा पाया जाए। इसके लिए अभिभावकों को ही आगे आकर अपने बच्चों के तनाव को दूर करना होगा और इसके साथ ही बच्चे के मोबाइल प्रयोग पर भी अंकुश लगाना होगा, तभी वह मन लगाकर पढ़ाई को कर सकते हैं। इसके लिए अभिभावकों को अपने बच्चों को ज्यादा समय देना होगा और अधिक ध्यान रखना होगा तभी उनके बच्चे सफल हो सकेंगे।
बच्चों का आजकल बाहरी चीजों की तरफ दिमाग ज्यादा लगा रहता है, जिसका एक मुख्य कारण मोबाइल भी हो सकता है। बच्चों को मोबाइल का अत्याधिक प्रयोग करने से रोके। आमतौर पर जब परीक्षा नजदीक होती है तो देखने को मिलता है कि सबसे ज्यादा तनाव बच्चों में महसूस होता है। इस तनाव के कारण काफी बच्चे पेट की समस्या से ग्रसित होने की बात करते हैं और कहते हैं कि पेट दर्द हो रहा है। ऐसे बच्चों से उनके पास बैठकर बात करने का प्रयास करें जिससे वह अपने आप को अकेले ना समझे और उनकी समस्या का समाधान करने का प्रयास करें।
काफी बच्चों को पढ़ने के बाद भी याद नहीं रह पाता, ऐसी समस्या महसूस की जाती है तो बच्चों का पढ़ाई में कमजोर होने के कारण, वह पढ़ाई से डरने लगते हैं। इसके लिए एक टाइम टेबल बनाकर बच्चों को उसके अनुसार तैयारी करनी चाहिए जिससे वह मन लगाकर पढ़ाई करें दोहराते रहें तथा कापी पर लिखकर देखते रहे।
अभिभावक बच्चों पर ध्यान दें
- सुनिश्चित करें कि बच्चे मोबाइल से दूरी बनाकर रखें।
- परीक्षाओं के दौरान बच्चे का बार रूम में ना बदले और घर का माहौल शांत रखें। साथ ही बच्चों पर अनावश्यक और अतिरिक्त दबाव न बनाएं।
- बच्चों के साथ बातचीत करते रहे उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास करें तथा उनका समाधान करें।
- बच्चों की आपस में तुलना ना करें उनके लिए कोई भी टारगेट सेट ना करें।
- रात भर जागने से अच्छी तैयारी नहीं होती, बल्कि इससे उनका प्रदर्शन और भी खराब हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि बच्चों की नींद पर भी पर्याप्त ध्यान दें।
- परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने पर इनाम देने जैसी ललचाने वाली बातें भी अतिरिक्त दबाव बनाती हैं अतः इससे बचने की जरूरत होती है।
- आप यह भी सुनिश्चित करें कि बच्चा आपका पर्याप्त नींद ले रहा है या नहीं। बच्चे की नींद की प्रक्रिया कोई कमी न होने दें।
- बच्चों के पोषण पर विशेष ध्यान रखें स्वस्थ और पौष्टिक चीज याददाश्त बढ़ाने, फोकस बनाने और अच्छे प्रदर्शन में सहायक होती है।
- बच्चों के साथ बातचीत करते रहे उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास भी करते रहें तथा उनको प्रोत्साहित भी करें, जिससे बच्चों का पढ़ाई में मन लगेगा और वह आगे बढ़ सकेंगे।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।