विशेष जलवायु जल-स्मार्ट प्रौद्योगिकियां      Publish Date : 06/01/2025

                      विशेष जलवायु जल-स्मार्ट प्रौद्योगिकियां

                                                                                                                                   प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 वर्षा रानी

एक चलायमान सौर ऊर्जा संयंत्र

                                                               

चलायमान सौर ऊर्जा संयंत्र दुनिया भर में एक नई और तेजी से उभरती हुई तकनीक है। यह ग्रीन-हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने में सहायता करती है और इसके साथ ही जल के वाष्पीकरण को लगभग 70 प्रतिशत तक तक कम करने में भी सहायता करती है।

तैरती कृषि

तैरती कृषि खेती की एक स्वदेशी तकनीक है जिसके अंतर्गत मिट्टी रहित फ्लोटिंग राफ्ट पर फसल को उगाया जाता है। यह तकनीक बाढ़ और लंबे समय तक जलभराव से युक्त रहने वाले क्षेत्रों में कृषक समुदायों की सहायता करने में सक्षम होता है। यह स्थानीय समुदायों के लिए कृषि उत्पादन जैसे सब्जियां और मसाले के लिए बेहद उपर्युक्त है। एक शोध में यह पाया गया है की इस तकनीक के तहत भिंडी  24.14 टन/हेक्टेयर,  पालक 22.66 टन/हे., टमाटर 43.76 टन/हेक्टेयर, ककड़ी 13.32 टन/हेक्टेयर, करेला 24.80 टन/हे. और कद्दू 24.10 टन/हे. तक का उत्पादन प्राप्त होता है।

लेजर भूमि समतलन

लेजर भूमि समतलन एक कृषि ऑन-फार्म तकनीक है जो न केवल कृषि सिंचाई की जरूरतों को कम करती है बल्कि सिंचाई के समय को कम करने और पानी के उपयोग की दक्षता बढ़ाने में सक्षम होता है। इसके माध्यम से पानी के खपत को  20-25 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। एक अध्ययन में यह पाया गया है की इस तकनीक के उपयोग से ज्वार की उपज में 27-73 प्रतिशत तक की वृद्धि और अस्तरित खेतों की तुलना में 31 प्रतिशत सिंचाई के पानी की बचत की जा सकती है।

ग्रीनहाउस तकनीक

                                                     

ग्रीनहाउस आधुनिक कृषि तकनीकों में से एक हैं।  सिंचाई की दक्षता में वृद्धि, ड्रिप सिंचाई प्रणाली नियमित रूप से उपयोग की जाने वाली सतही सिंचाई की तुलना में पानी के उपयोग को 30-50% तक कम किया जा सकता है।

हाइड्रोपोनिक्स और एरोपोनिक्स

हाइड्रोपोनिक तकनीक मिट्टी में पौधों को उगाने की पारंपरिक विधि की जगह लेती है। हाइड्रोपोनिक्स का उपयोग दुनियाभर में पानी की 70-90ः बचत के साथ पत्तेदार और अन्य सब्जियों के उत्पादन के लिए किया जाता है।

एरोपोनिक्स हवा में पौधों को उगाने और मिट्टी के बिना नम वातावरण की एक तकनीक है। यह आर्द्रता, तापमान, मिट्टी पीएच (चभ्) और जल चालकता (म्ब्म) को नियंत्रित करने का एक कुशल तकनीक है। इस तकनीक का मुख्य लाभ सीमित पानी की खपत है।

जलवायु स्मार्ट खेती के लिए जल बजट के प्रभाव का मूल्यांकन

यह जल प्रबंधन उपकरण के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो जल संसाधनों पर किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाता है, और उन्नत जल बचत और कुशल तकनीकों जैसे ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई आदि का उपयोग करता है, उच्च जल गहन फसलों से कम पानी गहन फसलों में संभावित बदलाव, लोग या जल संरक्षण और पुनर्भरण संरचनाओं के प्रचार में समुदाय की भागीदारी, समुदाय के बीच जानकारी साझा करना और मौजूदा या नई जल संसाधन संरचनाओं के संचालन और रखरखाव के लिए धन संग्रहित करने में सहायता करता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।