प्रदेश के समस्त किसनों का डिजिटल विवरण संकलित होगा      Publish Date : 03/12/2024

        प्रदेश के समस्त किसनों का डिजिटल विवरण संकलित होगा

                                                                                                                                                प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सभी कृषकों के विवरण को डिजिटल इंफ्रास्ट्रचर संकलित किये जाने के लिए सभी किसानों का गोल्डन कार्ड अथवा फार्मर रजिस्ट्री करायें जाने का निर्णय लिया गया है।

                                                                   

कृषकों के डिजिटल विवरण को संकलित करने हेतु चरण- 

1. गोल्डन कार्ड बनायें जाने के लिए भारत सरकार के द्वारा विकसित मोबाइल एप का प्रयोग किया जायेगा, जिसमें प्रदेश के समस्त कृषकों और उनके सभी गाटों को सम्मिलित करते हुए उसे सम्बन्धित कृषक के आधार से लिक कर दिया जायेगा। तत्पश्चात कृषक से ऑनलाइन सहमति प्राप्त करते हुए ई0के0वाई0सी0 की कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।

2. माह प्रक्रिया दिसम्बर 2024 से पी0एम0 किसान योजना के अन्तर्गत मिलने वाली ध्नराशि की किस्त प्राप्त करने हेतु गोल्डन कार्ड अथवा फार्मर रजिस्ट्री का होना अनिवार्य होगा। अतः यह आवश्यक है कि दिसम्बर 2024 से पूर्व सभी कृषको और विशेष रूप से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियो के गोल्डन कार्ड/फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य रूप से करवाना होगा।

3. इस प्रकार प्रत्येक किसान का नाम, पिता का नाम, स्वामित्व वाले समस्त गाटा संख्या, सह खातेदार होने की स्थिति में गाटे में किसान का अंश, मोबाईल नम्बर, आधार संख्या, मलबे का समस्त विवरण इस गोल्डन कार्ड के रिकार्ड में दर्ज होगा।

4. किसी प्रकार के स्वामित्व हस्तांतरण (विरासत या बैनामा इत्यादि) होने पर गोल्डन कार्ड अथवा फार्मर रजिस्ट्री की अद्यावधिक हो जाएगी। डिजिटल क्राप सर्वे के द्वारा प्रत्येक किसान के प्रत्येक गाटे में दो सत्र में बोई गई फसल का विवरण भी समेकित रूप में उपलब्ध हो सकेगा।

योजना का उदेश्य एवं इससे संभावित लाभः-

                                                        

प्रदेश के समस्त कृषको का गोल्डन कार्ड तैयार करना होगा, जिससे योजनाओं का नियोजन लाभार्थियों का सत्यापन, कृषि उत्पादों के विपणन आदि सुविधाजनक तरीके से हो सकेगा। प्रदेश के समस्त कृषको के लिए राज्य सरकार द्वारा कृषको के कल्याण हेतु संचालित विभिन्न योजनाओ का लाभ सुगम एवं पारदर्शी तथा समयबद्व तरीके से उपलब्ध हो सकेगा। योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु अथवा अन्य किसी भी उदेश्य से कृषकों की पहचान एवं प्रमाणीकरण आदि कार्यों में सुगमता होगी।

किसानो के लिए कृषि ऋण, वित्त, कृषि आदानों और अन्य सेवा प्रदाताओं से कृषि सेवाये सुगमता से उपलब्ध हो सकेगी। प्रदेश के किसानों को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए कृषि-संबद्व विभागों के बीज योजना अभिसरण का सरलीकरण संभव हो सकेगा। उच्च गुणवत्ता वाले डेटा तक आसान पहुंच के साथ एग्री-टेक द्वारा उत्पादों और सेवाओं में नवाचार का विस्तार होगा। पी0एम0 किसान योजना के अन्तर्गत धनराशि किस्त प्राप्त करने हेतु अनिवार्यता की शर्त को पूर्ण कर लाभ प्राप्त करने में सुगमता होगी।

कृषको को फसली ऋण हेुत किसान क्रेडिट कार्ड एवं एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फण्ड एवं कृषि विकास हेतु अन्य ऋण प्राप्त करने में सुगमता होगी।

फसल बीमा का लाभ प्राप्त करने सुगमता होगी। साथ-साथ आपदा प्रबंध के अंतर्गत कृषकों को क्षतिपूर्ति हेतु कृषकों के चिन्हांकन में सुगमता होगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में कृषकों का पंजीकरण ऑनलाईन माध्यम से हो सकेगा। कृषको को समय पर वाछित परामर्श/सलाह विभिन्न संस्थाओं द्वारा कृषको से सम्पर्क के अवसर में वृ़िद्व के साथ ही नवोन्मेषी कार्यक्रमो के विस्तार में सफलता प्राप्त होगी।

अतः सभी किसान भाई अपने ग्राम में आयोजित होने वाले गोल्डन कार्ड/फार्म रजिस्ट्री कैम्प में अपना आधार, आधार लिंक्ड मोबाइल नम्बर अथवा कोई अन्य मोबाईल नंबर एवं समस्त खतौनी लेकर उपस्थित रहें, जिससे कि उनका गोल्डन कार्ड आसानी से बनाया जा सकें।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।