यूनिकॉर्न स्टार्टअप क्या है-      Publish Date : 02/12/2024

                           यूनिकॉर्न स्टार्टअप क्या है?

                                                                                                                                       प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं मुकेश शर्मा

यूनिकॉर्न स्टार्टअप ऐसी निजी कंपनियों को कहते है, जिनका मूल्यांकन 1 बिलियन डॉलर से अधिक हो जाता है। इन कंपनियो को ही यूनिकॉर्न की श्रेणी मे रखा जाता है। यूनिकॉर्न स्टार्टअप का प्रयोग वेंचर कैपिटल इंडस्ट्री में ऐसी कंपनियों के लिए किया जाता है। जो भी कंपनियां इस श्रेणी में आती है तो उनकी तेजी से ग्रोथ के चलते, इन्वेस्टर इन कंपनियों में अपना पैसा लगाने को तैयार हो जाते है। जिससे कंपनी के साथ साथ देश की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होती है।

                                                              

हमारा देश स्टार्टअप कल्चर में पूरे विश्व में तीसरे स्थान पर आता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सूची में पहले स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका और दूसरे स्थान पर रिपिब्लक ऑफ चीन है, जिनके बाद भारत ने अपना स्थान बनाया है। यह बात सराहनीय है कि हमारे देश में स्टार्टअप कल्वर की शुरुआत काफी देरी से हुई थी, लेकिन पिछले कुछ समय से जिस तरह से भारत ने इस क्षेत्र में उन्नति की है, उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि जल्द ही हमारा देश एक विकासशील देश से विकसित देशों की श्रेणी में आ जाएगा।

यदि बात करे तेजी से स्टार्टअप कम्पनियों की शुरुआत करने की तो इसका अनुमान आप ऐसे लगा सकते है कि एक साल में ही भारत ने अपनी रैकिंग में सुधार किया है और चौथी रैंक से तीसरे स्थान तक का सफर तय किया है। इतने कम समय में भारत देश में कितने ही स्टार्टअप बिजनेस शुरू हो गए और यूनिकॉर्न स्टार्टअप की सूची में आ गए हैं।

कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

  • मूल रूप से वर्ष 2013 में ‘‘यूनिकॉर्न’’ शब्द की शुरुआत एलीन ली ने की थी। स्टार्टअप कम्पनियां वह निजी स्वामित्व वाली कंपनियां है जिन्हे आमतौर पर अपने विकसित होने के बिलकुल शुरुआती दौर में होती हैं।
  • 15 प्रतिशत तक स्टार्टअप कंपनियों की शुरू करने वाले उद्यमी राजस्थान से सम्बन्ध रखते है।
  • भारत को प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने वर्ष 2016 में स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत की थी। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा नया स्टार्टअप शुरू करने के इच्छुक उम्मीदवारों को इस योजना के तहत सहायता की जाती है।
  • वर्ष 2021 में 44 नए स्टार्टअप यूनिकॉर्न स्टार्टअप में शामिल किये गए है।
  • यूनिकॉर्न स्टार्टअप किसी एक ही सेक्टर के दायरे में न रहकर देश के विभिन्न सेक्टरों में शुरू और विकसित किए गए है।

हमारा देश मार्च 2022 तक 100 यूनिकॉर्न स्टार्टअप के साथ विश्व का तेजी से बढ़ने वाले स्टार्टअप इकोसिस्टम के रूप में उभर रहा है।

वर्ष 2021 के लिए यूनिकॉर्न कंपनियों के मामले में भारत को तीसरा शीर्ष देश के तौर पर जाना जाएगा।

पिछले एक वर्ष में भारत ने इंग्लैंड को तीसरे स्थान से हटाकर खुद यह स्थान प्राप्त कर लिया है। जहाँ भारत में 33 यूनिकॉर्न स्टार्टअप शुरू किए गए, वहीं इंग्लैंड में 15 स्टार्टअप कम्पनिया यूनिकॉर्न का खिताब ले सकी।

भारत में इसकी शुरुआत

                                                          

आज भारत विश्व में यूनिकॉर्न स्टार्टअप के मामले में विश्व में तीसरे स्थान पर है। इसके पीछे कंपनियों की मेहनत के साथ साथ देश की सरकार से मिलने वाला समर्थन भी अहम है। आज इस मुकाम तक पहुंचने और जल्द ही और आगे बढ़ने के उद्देश्य के साथ सरकार ने वर्ष 2016 में देशवासियों के लिए एक योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का नाम था, ‘‘स्टार्टअप इंडिया स्कीम’’ इस योजना के माध्यम से सरकार देश के नागरिकों को स्वरोजगार स्टार्टअप शुरू करने के लिए लगातार प्रोत्साहित करती रही है।

इस स्कीम की शुरुआत इस उद्देश्य के साथ की गयी थी कि देश में युवाओं को रोजगार मिले और बेरोजगारी की समस्या खत्म हो सके। इसके साथ ही इन स्टार्टअप के माध्यम से न सिर्फ उद्योग जगत का विकास होगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी व्यापक सुधार आएगा।

बता दें कि देश में नागरिको को अपना रोजगार लगाने और उसे आने वाले समय में सफल बनाने के लिए सरकार उन्हें इस योजना के अंतर्गत सहायता प्रदान करती है। केंद्र सरकार द्वारा देश में स्टार्टअप को बढ़ावा और सहायता प्रदान करने के लिए 19 एक्शन प्लान बनाए गए है। इसके साथ ही इसके लिए पंजीकरण फॉर्म भी बहुत ही सिंपल बनाया गया है। जिसे बिना किसी परेशानी के जल्द ही भरा जा सके और हर कोई इच्छुक उम्मीदवार इसे भर सके। इसके साथ ही केंद्र सरकार इन कंपनियों को शुरू करने के लिए उम्मीदवारों के लिए 10 हजार करोड़ रूपये के फंड की भी व्यवस्था की है।

स्टार्टअप योजना के तहत विभिन्न सेक्टरों में हुई स्टार्टअप की शुरुआत

वर्ष 2016 से शुरू हुई इस योजना के तहत मई 2022 की शुरुआत तक कुल 69,000 से भी अधिक स्टार्टअप को मान्यता दी जा चुकी है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह इनोवेशनल स्टार्टअप देश के किसी एक सेक्टर में न होकर विभिन्न सेक्टरों में करर्यरत हैं। आइये अब जानते है कि किन सेक्टरों में अभी तक के स्टार्टअप को मान्यता प्रदान की जा चुकी है।

  • आईटी सेक्टर में 13 प्रतिशत,
  • स्वास्थ्य सेवा और जीव विज्ञान से 9 प्रतिशत,
  • शिक्षा क्षेत्र से 7 प्रतिशत,
  • पेशेवर एवं वाणिज्यिक सेवा क्षेत्र से 5 प्रतिशत,
  • कृषि क्षेत्र से 5 प्रतिशत
  • खाद्य एवं पेय पदार्थों से 5 प्रतिशत

इस के अतिरिक्त 56 अन्य क्षेत्रों में भी मान्यता प्रदान की गई है।

4 महीने में 44 नए स्टार्टअप

                                                            

मात्र एक वर्ष में भारत में यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसकी वजह से भारत आज इस मामले में इंग्लैंड को पछाड़कर तीसरे स्थान पर काबिज हुआ है। इस एक वर्ष के अंदर ही 44 स्टार्टअप यूनिकॉर्न कम्पनिया जिनका कुल मूल्यांकन 93 अरब डॉलर है, और यह अब यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो चुके है। यही नहीं वर्ष 2022 की शुरूआती 4 महीने की अवधि में ही हमारे देश में 14 यूनिकॉर्न, जिन का कुल मूल्यांकन 18.9 अरब डॉलर है, अभी से तैयार हो चुके है।

यूनिकॉर्न से संबंधित प्रश्न उत्तर

यूनिकॉर्न स्टार्टअप क्या होता है?

यूनिकॉर्न स्टार्टअप उन कंपनियों को कहा जाता है जो कंपनियां 1 बिलियन डॉलर से अधिक का वैल्यूएशन रखती हो। इन स्टार्टअप को ही यूनिकॉर्न स्टार्टअप का दर्जा दे दिया जाता है।

यूनिकॉर्न स्टार्टअप के रूप में भारत के पास कुल कितनी कंपनियां है?

भारत में कुल 104 कंपनियों को यूनिकॉर्न स्टार्टअप का दर्जा हासिल है।

यूनिकॉर्न स्टार्टअप के मामले में भारत का विश्व में कौन सा स्थान है?

विश्व में यूनिकॉर्न स्टार्टअप के मामले में भारत का वर्ष 2022 में तीसरा स्थान प्राप्त है।

यूनिकॉर्न कैसे बने ?

यूनिकॉर्न बनने के लिए किसी भी स्टार्टअप कंपनी का कम से कम 1 बिलियन डॉलर की वैल्यू होनी वाहिए। इसके बाद ही कोई भी कम्पनी यूनिकॉर्न की श्रेणी में आएगी।

स्टार्टअप योजना के लिए कौन सी कंपनियां पात्र होती है?

जिन कंपनियों को अस्तित्व में आये 10 वर्ष से अधिक नहीं हुए हो, एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी या एक पंजीकृत भागीदारी फर्म हो, वह कम्पनियां केंद्र सरकार द्वारा चलाई गयी इस योजना का लाभ ले सकती है।

पूरे विश्व में कुल कितनी यूनिकॉर्न कंपनियां है?

दुनिया भर में मार्च 2022 तक 1000 से भी ज्यादा यूनिकॉर्न कंपनियां है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।