अर्थपूर्ण और सुरूचिपूर्ण लेख लिखने की कला Publish Date : 08/10/2024
अर्थपूर्ण और सुरूचिपूर्ण लेख लिखने की कला
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
लेख को अर्थपूर्ण बनाने के लिए अपने लेख में केवल उन्हीं बातों का समावेश करें, जो विषय से मेल खाती हों और साथ ही प्रासंगिक भी हों।
कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों या लेखन कार्यों से संबंधित नए पेशेवरों के पास अच्छा लेख लिखने के लिए विचारों और तर्का की कमी नहीं होती है, लेकिन उन विचारों को कागज पर एक अच्छे लेख के रूप में प्रस्तुत करना शुरूआत में अपने आप में थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
यदि आप अपने लेखन कौशल को अधिक निखारना और उसे सुरूचिपूर्ण बनाना चाहते हैं, तो. लेख में तर्कपूर्ण विचारों का समावेश करें। बेशक लेख में उपयोग किए जाने वाले विचार अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन यह आपकी कला पर निर्भर करता है कि आप उन सभी विचारों को एक-दूसरे से कैसे जोड़ सकते हैं और यही आपकी लेखन प्रतिभा को दर्शाता है।
आपको अपने लेखन कौशल को निखारने के लिए शीर्षक, पैराग्राफ और वाक्यों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। लेखन के दौरान यदि आप इन तीन तथ्यों का ध्यान रखेंगे, तो आप किसी भी सामान्य से लेख को भी एक बेहतरीन लेख बना सकते हैं।
शीर्षक से करें शुरुआत
एक अच्छा लेख लिखने के लिए सबसे पहले लेखने के विषय का चुनाव करना बेहद अहम होता है। लेख को लिखने से पहले यह विचार करें कि आप उस विषय के बारे में क्या जानते हैं और क्या नहीं। इसके अतिरिक्त लेख के लिए, आपको जो विचार और तथ्य उपयोगी लग रहे हैं, क्या वह लेख पढ़ने वालों को भी दिलचस्प लगेंगे, इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
इसके अलावा लेख की एक अच्छी शुरुआत करने के लिए शीर्षक के साथ अपने विचारों को प्रदर्शित करना लेख लिखना एक शानदार तरीका हो सकता है। आपको इससे विषय पर टिके रहने और लेख को एक प्रवाह देने में इससे मदद मिल सकती है।
जानकारी एकत्र करें
एक आकर्षक और प्रभावी शीर्षक लिखने के पश्चात लेख में विषय से संबंधित तथ्यों, आंकड़ों, लाभों व चुनौतियों को शामिल करने के लिए अपने शोध के क्षेत्र को बढ़ाएं। लेख को अर्थपूर्ण बनाने के लिए अपने लेख केवल ऐसे तथ्यों को ही शामिल करें, जो विषय से मेल खाते हों और प्रासंगिक हों।
अक्सर जब भी आप किसी महत्वपूर्ण विषय से संबंधित कोई लेख लिख रहे होते हैं, तो आप अपने लेख में अनावश्यक जानकारियों को शामिल करने से बचें, क्योंकि ये लेख को उबाऊ बना सकती हैं, जिससे पढ़ने वालों की उसमें विशेष रुचि नहीं रह जाती। इसलिए अनावश्यक बातों को शामिल करने से बचें और केवल तर्कपूर्ण जानकारियों और तथ्यों को ही अपने लेख में शामिल करें।
लिखने का अभ्यास नियमित रूप से करें
अपने लेखन को आकर्षक और सुरूचिपूर्ण बनाने के लिए शोध के दौरान खोजे गए सभी उदाहरणों व साक्ष्यों को सही ढंग से एक लयबद्व तरीके से अपने लेख में व्यवस्थित करें। यदि सभी उदाहरण व साक्ष्य विषय से ही संबंधित हैं, तो उन्हें लेख की शुरुआत, मध्य या अंत में अवश्य लिखें। इसके अतिरिक्त अपने लेखन कौशल को निखारने के लिए नियमित रूप से लिखने का अभ्यास करें और लेख में अच्छे शब्दों के चयन के लिए रोजाना किताबें पढ़ने की आदत बनाएं। अपनी भाषा सरल एवं स्पष्ट रखें।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।