कृषि विश्वविद्यालय के एग्री की उड़ान कार्यक्रम दूरदर्शन से होगा प्रसारित Publish Date : 19/09/2024
कृषि विश्वविद्यालय के एग्री की उड़ान कार्यक्रम दूरदर्शन से होगा प्रसारित
प्रोफेसर आर. सेंगर
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में तैयार किए गए कार्यक्रम ‘‘एग्री की उड़ान’’ का प्रसारण अब दूरदर्शन पर 22 सितंबर से हर रविवार शाम 6 बजे और रात 9:30 बजे और इसके साथ ही “एग्री की उड़ान” का पुनः प्रसारण सुबह 9:30 बजे दूरदर्शन के डीडी किसान चैनल पर होगा।
कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक ट्रेंनिंग आफ प्लेसमेंट प्रोफेसर आर एस सेंगर ने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर माननीय के के सिंह जी के दिशा निर्देशन में ‘‘एग्री की उड़ान’’ नामक एक कार्यक्रम तैयार किया गया है, क्योंकि वर्तमान में कृषि पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और भविष्य में इसकी डिमांड भी अधिक होने के कारण कृषि क्षेत्र में उद्योगों में भी काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह
कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह ने बताया कि यदि खेती किसानी की बात हो तो फिर कृषि शिक्षा को कैसे भूला जा सकता है। मौसम के बदलते परिवेश में आज कृषि शिक्षा का होना बहुत जरूरी है क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण है। इसी क्रम में शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान में भी चार चाँद लगाने का काम कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयों में बखूबी किया जा रहा है।
यहां कृषि शिक्षा को किस तरह बढ़ावा दिया जा रहा है, दूरदर्शन किसान के प्रोग्राम ‘एग्री की उड़ान’ में कृषि शिक्षा और अनुसंधान के सभी पहलुओं के साथ किसान की भूमिका को भी प्रमुख रूप से दर्शाया गया है।
निदेशक ट्रेंनिंग प्लेसमेंट प्रोफेसर आर एस सेंगर ने बताया किप्रोग्राम में आज का युवा इंजीनियर और डॉक्टर ही नहीं बल्कि कृषि विज्ञान में शिक्षा हासिल कर सफलता की सीढ़ियां चढ़ सकता है क्योंकि आज कृषि क्षेत्र की पढ़ाई में भी है अपार संभावनाएं एवं अवसर मौजूद हैं।
अगर आप भी कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक, डॉक्टर एवं इंजीनियर बनना चाहते हैं तो ‘एग्री की उड़ान’ कार्यक्रम को देखना मत भूलियेगा, क्योंकि इ कार्यक्रम के माध्यम से हम आपको लेकर चलेंगे भारत के सभी कृषि विश्वविद्यालय में जहां शिक्षा के साथ-साथ नित नए अनुसंधान को दिशा प्रदान की जा रही है।
प्रोफेसर आर एस सेंगर ने बताया कि केवल इतना ही नहीं आईसीएआर के सभी प्रमुख अनुसंधान संस्थानों में कृषि उपज एवं पशुपालन एवं कृषि मशीनरी क्षेत्र और किसानों के हित में नित नए अनुसंधान का कार्य लगातार किया जा रहे है। जहाँ फसलों की नई-नई किस्में विकसित की गई हैं। मौसम को ध्यान में रखते हुए किसानों के लिए ट्रेनिंग एवं बीज वितरण का कार्य अनुसंधान संस्थान द्वारा किया जा रहा है। दूरदर्शन के यह कार्यक्रम ‘‘एग्री की उड़ान’’ कृषि शिक्षा और अनुसंधान पर बारीकी से नज़र रखता है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसान और वैज्ञानिकों को एक साथ लाना है। 22 सितंबर से हर रविवार शाम 6 बजे और रात 9:30 बजे साथ ही ‘‘एग्री की उड़ान’’ कार्यक्रम का पुनः प्रसारण अगले दिन सुबह 9:30 बजे दूरदर्शन के डीडी किसान चैनल पर किया जायेगा। इसलिए अगर आप भी कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक, डॉक्टर एवं इंजीनियर बनना चाहते हैं तो ‘एग्री की उड़ानश् देखना मत भूलियेगा।
22 सितंबर से हर रविवार शाम 6 बजे और रात 9:30 बजे और पुनः प्रसारण अगले दिन सुबह 9:30 बजे दूरदर्शन के डीडी किसान चैनल पर।
‘‘एग्री की उड़ान’’ शिक्षा और अनुसंधान, का यह प्रोग्राम भारत के प्रत्येक राज्य में स्थित कृषि विश्वविद्यालयों एवं कृषि अनुसंधान केंद्रों में किए जा रहे कार्यों को दर्शाता है। किसानों की बात हो या फिर अनुसंधान की या फिर कृषि शिक्षा की, इस प्रोग्राम में जहां एक तरफ कृषि के स्टूडेंट हैं तो वहीं कृषि विश्वविद्यालयों में किए जा रहे रहे कार्यों का प्रदर्शित किया गया है।
यह तो हुई शिक्षा की बात, अब बात करते हैं कृषि क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान की। संस्थान में अनुसंधान का कार्य किस तरह से किया जा रहा है और इसके साथ ही किसानों को इस अनुसंधान से क्या लाभ पहुंचा है, यह भी ‘इस प्रोग्राम ‘‘एग्री की उड़ान’’ का एक महत्वपूर्ण भाग है।
विकसित होते भारत के स्मार्ट कृषि की प्रत्येक राह शिक्षा से लेकर अनुसंधान एवं भरपूर फसल की चाह, की तस्वीर को बदल देगी कृषि के लिए आपका नजरिया।.वह है डीडी किसान का प्रोग्राम ‘‘एग्री की उड़ान’’।
यह प्रोग्राम दूरदर्शन किसान प्रसार भारती के सौजन्य से तैयार किया गया है। इसके प्रस्तुतकर्ता निमेश श्रीवास्तव और सह प्रस्तुतकर्ता शिव कुमार सूदन, निदेशक असित देव वर्मा, मार्गदर्शन डॉ गुंजन भटनागर एवं डॉक्टर नम्रता सिंह तथा आभार डॉक्टर के के सिंह कुलपति एवं डॉक्टर आर एस सेंगर सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सहयोग से तैयार किया गया है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।