गाय का गोबर है सबसे उत्तम, इससे बनी खाद फसलों के लिए बेहद लाभकारी

गाय का गोबर है सबसे उत्तम, इससे बनी खाद फसलों के लिए बेहद लाभकारी

                                                                                                                                                          प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

हम सभी जानते है् कि भारतीय खेती में गोबर से बनी खाद का बहुत महत्व है और यही कारण है कि ग्रामीण अंचल में देसी खाद बनाने के लिए अलग से व्यवस्था होती है, यानी जो भी लोग पशुपालन करते हैं, वह एक स्थान पर उनके गोबर को इकट्ठा करते हैं. लेकिन इस सब में यह सवाल अक्सर उठता है कि गाय, भैंस या भेड़, इनमें से किसके गोबर से सबसे ज्यादा और उत्तम उर्वरक खाद बनती है? इस विषय पर सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय मेरठ के प्रोफेसर आर. एस. सेंगर ने विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की-

                                                              

डॉ0 सेंगर के अनुसार, गाय के गोबर से बनी खाद को पारंपरिक रूप से सबसे उत्तम और उर्वरक माना जाता है। गाय का गोबर जैविक खाद के रूप में सबसे ज्यादा प्रभावी होता है, क्योंकि इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम की मात्रा संतुलित में उपलब्ध होती है।

यह मिट्टी की संरचना को सुधारने में भी मदद करता है और फसलों के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। भैंस के गोबर से भी खाद बनाई जाती है, लेकिन उसकी उर्वरक क्षमता गाय के गोबर की तुलना में थोड़ी कम होती है। भैंस का गोबर अधिक मात्रा में मिलता है, लेकिन इसमें नाइट्रोजन की मात्रा कम होती है।

हालांकि, इसका उपयोग बड़े पैमाने पर खेतों में किया जाता है, खासकर जहां खाद की मात्रा ज्यादा चाहिए होती है। इसी प्रकार भेड़ के गोबर के बारे में बात करते हुए, डॉ0 सेंगर ने बताया कि भेड़ का गोबर खाद के रूप में बहुत प्रभावी होता है।

                                                              

लेकिन इसकी उपलब्धता सीमित होती है और इसमें नाइट्रोजन की मात्रा बहुत अच्छी होती है, जो फसलों के लिए बहुत लाभदायक है। भेड़ का गोबर छोटी जगहों पर या विशेष फसलों के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।

डॉ0 सेंगर ने कहा कि गाय के गोबर से बनी खाद सबसे ज्यादा मात्रा में और इसकी उर्वरक क्षमता में भी बेहतर होती है। भैंस का गोबर भी उपयोगी है, लेकिन इसे गाय के गोबर के साथ मिलाकर उपयोग करने से अधिक लाभदायक होता है। भेड़ या बकरी का गोबर उर्वरक के रूप में उत्तम होता है, लेकिन इसकी उपलब्धता बहुत ही कम होती है।

डॉ0 सेंगर ने बताया कि गाय के गोबर से बनी खाद सबसे ज्यादा मात्रा में और उर्वरक क्षमता में भी बेहतर होती है। भैंस का गोबर भी उपयोगी है, लेकिन इसे गाय के गोबर के साथ मिलाकर उपयोग करने से ज्यादा फायदेमंद होता है। भेड़ या बकरी का गोबर उर्वरक के रूप में उत्तम होता है, लेकिन इसकी उपलब्धता कम होती है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।