आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस खत्म कर सकता है भविष्य में नौकरियां

       आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस खत्म कर सकता है भविष्य में नौकरियां

                                                                                                                                                                                       डॉ0 आर. एस. सेंगर

अरबपति कारोबारी और टेस्ला एवं एक्स के मालिक एलन मस्क ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई अंततः दुनिया से सभी नौकरियां खत्म कर देगा। पेरिस में एक स्टार्टअप व टेक कार्यक्रम में बोलते हुए मास्क ने कहा शायद हम में से किसी के पास भी नौकरी नहीं होगी। ऐसे में लोग सिर्फ शौकिया तौर पर ही नौकरी करेंगे।

                                                            

वी टेक इवेंट में वेबकेम के माध्यम से मास्क ने कहा कि भविष्य में नौकरियां वैकल्पिक होगी यानी यदि आप ऐसी नौकरी करना चाहते हैं जो एक शोक के तौर पर हो, तो आप नौकरी कर सकते हैं। अन्यथा एआई और रोबोट आपको कोई भी वह सामान और सेवा प्रदान किया करेंगे जो आप चाहते हैं। मस्क ने कहा कि इस परिदृश्य के सफल होने के लिए ‘‘सार्वभौमिक उच्च आय’’ (यूबीआई) की जरूरत होगी, जिसे सार्वभौमिक बुनियादी आय के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए।

एलन मस्क ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में एआई की क्षमताएं इतनी तेजी से आगे बढ़ रही है कि नियामक कंपनियों और उपभोक्ता अभी भी यह पता लगा रहे हैं कि टेक्नोलॉजी का जिम्मेदारी से उपयोग कैसे किया जाए। मस्क ने पहले भी एआई को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की है। अपने मुख्य भाषण में उन्होंने प्रौद्योगिकी को ही अपना सबसे बड़ा डर बताया है।

उद्योगों में भी तेजी से आएगा बदलाव

मस्क ने चिंता जताई कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ‘अधिकतम डोपामाइन एआई’ के द्वारा प्रोग्राम किया जा रहा है। चिंता है कि बाजार में एआई प्रसार के साथ विभिन्न उद्योगों व नौकरियों में व्यापक बदलाव आएगा। जनवरी में, एमआईटी के कंप्यूटर साइंस व एआई लैब के शोधकर्ताओं ने भी पाया है कि कार्यस्थल कुछ अपेक्षाओं व आशंकाओं की तुलना में एआई को अधिक धीरे-धीरे अपना रहे है।

बच्चों के सम्बन्ध में माता पिता को सलाह कि वह बच्चों के सोशल मीडिया के उपयोग को नियंत्रित करें

अरबपति कारोबारी ने इयान बैंक्स की ‘‘कल्चर बुक सीरीज’’ का हवाला देते हुए उन्नत तकनीक द्वारा संचालित समाज का एक यूरोपियन काल्पनिक चित्रण का जिक्र किया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या लोग भविष्य में नौकरियों के बिना अपने आप को भावनात्मक रूप से पूर्ण महसूस कर पाएंगे। क्योंकि यदि कंप्यूटर व रोबोट हर काम आपसे बेहतर कर सकते हैं, तो फिर आपके जीवन का क्या अर्थ? इसमें शायद अभी भी इंसानों की भूमिका है और हम एआई को अर्थ दे सकते हैं।

उन्होंने माता-पिता को अपने बच्चों द्वारा उपयोग की जाने वाली सोशल मीडिया की मात्रा को भी नियंत्रित एवं सीमित करने की सलाह दी है।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।