
गर्मियों में अधिक लाभ कमाने के लिए मार्च में करे इन सब्जियों की खेती Publish Date : 06/03/2025
गर्मियों में अधिक लाभ कमाने के लिए मार्च में करे इन सब्जियों की खेती
प्रोफसर आर. एस. सेंगर एवं गरिमा शर्मा
टमाटर ऐसी सब्जी की फसल है जिसकी डिमांड पूरे साल ही बनी रहती है, हालांकि गर्मियों के मौसम में टमाटर की भी मांग बढ़ जाती है। इसलिए किसान मार्च महीने में टमाटर की खेती की शुरुआत करके गर्मियों के मौसम में अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं।
किसान मार्च महीने में कुछ ऐसी सब्जियों की खेती की शुरुआत कर सकते हैं, जो उन्हें गर्मी आते तक अच्छा मुनाफा कमा कर दे सके। मौसम के अनुरूप सब्जियों के डिमांड भी बदलती रहती है। इसलिए मार्च महीने में ऐसी सब्जियों की खेती की शुरुआत की जानी चाहिए जिनकी गर्मी में बहुत अधिक डिमांड रहती है।
खीरे की खेती
मार्च महीने में किसान भाई खीरे की खेती करने की शुरुआत कर सकते हैं. गर्मियों में खीरे की डिमांड काफी बढ़ जाती है। इसलिए जो किसान खीरे की खेती करना चाहते है, गर्मियों में उन्हें अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है। अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए खीरे की खेती के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान विशेष रूप से रखा जाना चाहिए, जैसे कि खीरे के लिए उचित तापमान, अच्छी मिट्टी, सही समय पर बुवाई और सही सिंचाई करने का तरीका आदि।
खीरे की खेती करते समय इन बातों का ध्यान रखें
- खेती की शुरुआत करने से पहले मिट्टी के पीएच मान के बारे में जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए।
- खीरे की खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए।
- खीरे की खेती के लिए बलुई मिट्टी रेतीली दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है।
- खीरे की खेती के लिए 32 से 40 डिग्री सेल्सियस तापमान उचित माना जाता है।
- खेतों को अच्छे से तैयार करने के बाद ही खीरे की फसल लगानी चाहिए।
- खीरे की खेती में मल्चिंग विधि का इस्तेमाल करना लाभदायक हो सकता है।
टमाटर की खेती
टमाटर ऐसी सब्जी है जिसकी साल भर डिमांड रहती है हालांकि गर्मियों के मौसम में टमाटर की भी मांग बढ़ जाती है। इसलिए किसान मार्च महीने में टमाटर की खेती की शुरुआत करके गर्मियों के मौसम में अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं।
टमाटर की खेती के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- इस खेती के लिए समतल मिट्टी की आवश्यकता होती है।
- खेत की मिट्टी को कम से कम 4 से 5 बार जुताई करके भुरभुरा बना लेना उचित रहता है और बेड लगाकर पौधों की रोपाई की जाती है।
- टमाटर की कई किस्म में केवल 50 से 60 दिनों में ही फल प्राप्त होने लग जाते हैं।
- जैसे ही पौधों में फूल आने लगे वैसे ही नीम की पत्तियों से बना ऑर्गेनिक स्प्रे कर देना चाहिए जिससे कि पौधों और फलों का कीटों से बचाव किया जा सके।
- पौधे में फूल आने के बाद इस बात का खास ध्यान रखा जाना चाहिए की मिट्टी सूखे ना और आवश्यकता के अनुसार समय-समय पर पौधों की सिंचाई करते रहन चाहिए।
मिर्च की खेती
मिर्च भी ऐसी सब्जियों में शामिल है जिनकी डिमांड साल भर बनी रहती है। इसलिए किसान मिर्च की खेती करके भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
मिर्च की खेती के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- मिर्च की खेती हल्की उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली जमीन में की जाती है।
- मिर्च की खेती करने के लिए मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए।
- जब पौधे की रोपाई करें तो इस बात का खास ध्यान रखें कि पौधों से पौधों की बीच की दूरी को उचित बनाए रखना चाहिए।
- मिर्च की आधुनिक खेती से आकर्षक मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके साथ ही मिर्च में ड्रिप पद्धति के साथ प्लास्टिक मल्चिंग शीट का उपयोग किया जाना अच्छा रहता है।
- इस फसल को थ्रिप्स कीट के लगने का खतरा अधिक रहता है। इसके लिए समय-समय पर मिर्च की फसल की निगरानी करना अति आवश्यक होता है।
- जैसे ही कीटों के लक्षण या रोगों के लक्षण आपको मिर्च में दिखाई दे तुरंत ही उनके प्रबंधन की तैयारी कर लेनी चाहिए।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।