आलू की फसल में शराब का छिड़काव करने के लाभ Publish Date : 07/01/2025
आलू की फसल में शराब का छिड़काव करने के लाभ
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डा0 कृशानु
आलू के किसान अब अपनी आलू की फसल में कीटनाशकों के साथ शराब का भी छिड़काव कर रहे हैं। ऐसा करने से आलू की फसल के ऊपर पाले का असर दिखना कम हो जाता है। हम बात कर रहे हैं यूपी के बुलंदशहर जिले की जहां के किसान एक बिलकुल अलग तरह की तकनीकी का इस्तेमाल करके आलू की फसल का उत्पादन बढ़ाने के लिए यह उपाय आजमा रहे हैं।
किसान कीटनाशक दवाइयों के साथ शराब का छिड़काव भी आलू की फसल में कर रहे हैं। किसानों द्वारा अपनाई गई यह तकनीकी बीते कई सालों से किसानों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। मात्र इतना ही नहीं इस तकनीकी के अनेक लाभ भी देखने को मिल रहे हैं।
शराब के छिड़काव से आलू की फसल को होने वाले लाभ
अनुभवी किसानों का कहना है कि आलू में शराब का छिड़काव बेहद लाभकारी साबित हो रहा है और केवल इतना ही नहीं आलू में शराब का छिड़काव करने से किसान आलू की फसल को सर्दी के प्रकोप से बचा सकते हैं। इसके साथ ही आलू को कई रोगों से भी बचाया जा सकता है। आलू की फसल में शराब के छिड़काव से आलू का रंग भी साफ दिखाई देता है और उसकी गुणवत्ता में वृद्धि होती होती है। इस प्रकार आलू में शराब के छिड़काव से विभिन्न लाभ देखने को मिल रहे हैं।
पाले का होता है कम प्रभाव
जिले के बोहीच गांव के रहने वाले किसान राम बाबू शर्मा का कहना है कि वह बीते कई सालों से आलू की फसल में शराब का छिड़काव कर रहे हैं। जिसके चलते बहुत फायदे देखने को मिल रहे हैं। इससे आलू के आकार में भी बढ़ोतरी होती है। साथ ही आलू पर पाले का प्रभाव भी कम होता है। वही उनका कहना है कि वह एक एकड़ जमीन में लगभग 200 एमएल शराब को दवाइयां के साथ मिलकर इसका स्प्रे करते हैं। जिससे कि कोई भी नकारात्मक प्रभाव इसमें देखने को नहीं मिलते हैं, बल्कि इससे फायदा ही देखने को मिलता है।
आलू के आकार में होती है बढ़ोतरी
किसान कंचन कुमार शर्मा का कहना है कि आलू की फसल में शराब के छिड़काव से आलू के आकर में भी बढ़ोतरी होती है और इसके साथ ही आलू की फसल पाले के प्रकोप से भी बच जाती है और उसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते हैं। इस प्रकार शराब का इस्तेमाल फसल को अच्छा रिजल्ट देता है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।