कम लागत में अधिक कमाई हरे प्याज की खेती Publish Date : 15/12/2024
कम लागत में अधिक कमाई हरे प्याज की खेती
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृशानु
किसान भाइयों अपने इस लेख में हम आपको कम लागत में अधिक कमाई देने वाली फसल के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। यह एक ऐसी सब्जी की फसल है जिसे आप जब भी लगाते हैं तो मंडी में इसकी अच्छी कीमत ही मिलती है। क्योंकि अभी भी हमारे देश में बहुत ज्यादा किसान इसकी खेती नहीं करते हैं। यदि किसान दिसंबर के महीने में इसकी खेती करेंगे तो उन्हें इसका अच्छा मंडी भाव मिलेगा, इसके साथ ही इस फसल में लागत भी बहुत ही कम लगती है। क्योंकि इस फसल को अधिक खाद की जरूरत नहीं पड़ती, खेत में बेड बनाने की जरूरत नहीं है और साधारण विधि से इसकी बुवाई की जा सकती है।
इस फसल में कोई रोग या बीमारी भी नहीं लगती है, जिसके चलते कीटनाशक-फंगीसाइड आदि का भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है, जिससे इस फसल पर होने वाला खर्च बेहद कम हो जाता है। इस फसल में मल्चिंग की भी जरूरत नहीं होती हैं। हमारे कृषि विशोषज्ञ इस फसल के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं।
हरे प्याज की खेती
हरे प्याज की खेती करने में किसानों को अधिक लाभ मिलता है, अगर वह नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार इसकी खेती करते हैं और इसके साथ ही कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखें तो किसान इस फसल से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
हरे प्याज की खेती किसान 25 दिसंबर से पहले पहले करना शुरू कर सकते हैं।
हरे प्याज की खेती करने के लिए सबसे पहले किसान को दो से तीन बार खेत की जुताई अच्छे तरीके से कर लेनी होती है।
हरी प्याज की खेती में किसान खाद की बेसल डोज दे सकते हैं, यदि जैविक खाद की बात करें तो एक या दो ट्रॉली प्रति एकड़ की दर से अच्छी तरह से सड़ी हुई पुरानी गोबर की खाद खेत में डालें।
हरे प्याज की खेती में किसान यदि केमिकल खाद इस्तेमाल करते हैं तो उन्हे अपने खेत की मिट्टी की आवश्यकता के अनुसार मिट्टी में जिस तत्व की कमी हो उसके अनुसार खाद दे सकते हैं।
हरे प्याज की खेती आप मशीन के द्वारा बीज बुवाई करके या साधारण छिड़काव विधि से भी कर सकते हैं।
लगभग 55 से 60 दिनों के भीतर हरे प्याज की फसल तैयार हो जाती है।
इस समय की गई हरे प्याज की खेती से किसानों को अधिक उत्पादन प्राप्त होता है।
अब यदि सब्जी मंडी में कीमतों की बात करें तो 30 से ₹40 प्रति किलोग्राम के बीच इसकी कीमत किसानों को मिल जाती है।
हरे प्याज की खेती 1 एकड़ में करने पर 100 क्विंटल तक उत्पादन किसान को प्राप्त हो सकता है।
हरे प्याज की खेती में आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होता है कि जब भी पाला पड़ रहा हो तो पाले के दौरान बीज की बुवाई न करें, नहीं तो इसका अंकुरण कम देखने को मिलता है। वैसे अगर किसान चाहे तो वह दिसंबर की शुरूआत में भी हरे प्याज की खेती कर सकते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।