
पॉली हाउस में इस विधि से करें खीरा की खेती Publish Date : 27/09/2024
पॉली हाउस में इस विधि से करें खीरा की खेती
डॉ0 आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 वर्षा रानी
प्रगतिशील किसान विजयपाल सिंह ने बताया कि वह 4 साल से डेढ़ बीघा जमीन में लगे पॉली हाउस में सब्जी की खेती कर रहे हैं। डेढ़ बीघा के पॉली हाउस में इस समय वह खीरा की खेती कर रहे हैं। खीरा की खेती करने में एक बीघे के खेत में 9 से 10 हजार की लागत आती है और इससे एक से डेढ़ लाख रूपये का मुनाफा आसानी से हो जाता है। पॉली हाउस में खीरा के बीज बुआई करने पर 50 से 55 दिनों के अंदर ही इसका फलन शुरू हो जाता है।
देश में अब खेती का ट्रेंड भी लागतार बदलता जा रहा है और आधुनिक तकनीक ने खेती की राह को भी काफी आसान बना दिया है। अब किसान तकनीकों का प्रयोग करके खेती से अच्छी कमाई कर पा रहे हैं। वहीं पॉलीहाउस तकनीक भी किसानों के लिए काफी कारगर सिद्व हो रही है।
पॉलीहाउस सब्जी व फूल उत्पादन के लिए उपयुक्त है. इसमें किसान बेमौसमी सब्जियों व फूलों का उत्पादन कर तगड़ी कमाई कर सकते हैं। किसान विजयपाल सिंह चार साल से अच्छी कमाई कर रहे हैं।
डेढ़ लाख तक हो जाती है कमाई
पॉली हाउस में खीरे की खेती करने पर धूप, बारिश, आंधी, लू और सर्दी का असर नहीं होता है। पॉली हाउस के अंदर किसी भी फसल की खेती हर मौसम में कर सकते हैं। इससे पैदावार बढ़ जाती है और किसानों को अच्छा मुनाफा होता है। उन्होंने बताया कि 4 साल से डेढ़ बीघा में लगे पॉली हाउस में सब्जी की खेती कर रहे हैं। डेढ़ बीघा के पॉली हाउस में खीरा की खेती कर रहे हैं। वहीं एक बीघे में 9 से 10 हजार की लागत आती है एक से डेढ़ लाख का मुनाफा आराम से हो जाता है।
पॉली हाउस में खेती करना है बेहद आसान
किसान विजयपाल सिंह ने बताया कि मौसम के हिसाब से भी पॉली हाउस में खेती कर सकते हैं। पॉली हाउस में खेती करना बेहद आसान है. खीरा की खेती के लिए पहले गोड़ाई कर मेड़ तैयार करते हैं. उसके बाद बीज की बुवाई करते हैं। जब पौधे निकलने लगता है तो ड्रिप विधि से इसकी सिंचाई करते हैं. जिससे फसल को जरूरत के अनुसार पानी मिल जाता है। इससे फसल के सड़ने, गलने और रोग लगने का खतरा कम हो जाता है. वहीं 50 से 55 दिनों में फलन शुरू हो जाता है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।