प्याज की खेती, अब 120 नहीं, बल्कि 70 दिन में तैयार होगी फसल Publish Date : 22/09/2024
प्याज की खेती, अब 120 नहीं, बल्कि 70 दिन में तैयार होगी फसल
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं गरिमा शर्मा
हमारे देश में पिछले कुछ वर्षों से प्याज के भाव में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और इस स्थिति को लेकर सरकार भी काफी चिंतित है। कुछ दिनों पहले प्याज पर निर्यात शुल्क कुछ कम हुआ है। मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार इस वर्ष प्याज के मूल्य 100 रुपये प्रति किलो के भाव को भी पार कर सकता है।
हालांकि यह एक अलग बात है कि खुदरा बाजार में अभी भी प्याज 60 रुपये प्रति किलो से 80 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। इस दौरान सरकार दूसरे राज्यों से प्याज आयात करने की बजाय प्रदेश में ही प्याज के उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। सरकार किसानों को प्याज की खेती करने के लिए लगातार प्रोत्साहित करती रही है। केवल इतना ही नहीं सरकार द्वारा किसानों को उन्नत किस्म के प्याज के बीज निशुल्क भी दिए जा रहे है। हालांकि, किसानों को प्याज का बीज निःशुल्क प्राप्त करने के लिए उद्यान विभाग में पंजीकरण कराना एक अनिवार्य शर्त है।
जिला उद्यान अधिकारी बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि प्याज के दामों में अचानक बढ़ोतरी हो जाती है, जिसके कारण उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। ऐसे में सरकार प्रदेश में प्याज के उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रही है।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत मेरठ जिले में 300 हेक्टेयर क्षेत्रफल में प्याज की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है और इस योजना को लेकर किसानों को जागरूक भी किया जा रहा है। केवल इतना ही नहीं किसानों को प्याज के उन्नत किस्म के बीज भी निशुल्क ही दिए जा रहे हैं। साथ ही किसानों को प्याज की खेती करने के लिए नवीनतम तकनीकी जानकारी भी दी जा रही है।
इन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत
इसके सम्बन्ध में सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आर. एस. सेंगर ने बताया कि नेशनल हॉर्टिकल्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा किसानों को बीज दिया जा रहा है। यह बीज किसानों को पूरी तरह से निशुल्क दिया जाएगा। बीज लेने के लिए किसानों को उद्यान विभाग में पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराना होगा।
पंजीकरण कराने के लिए किसानों को खतौनी, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और दो फोटो देने होंगे। पंजीकरण के बाद किसान जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्याज के निशुल्क बीज प्राप्त कर सकते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।