लम्बे बैंगन की खेती कैसे करें      Publish Date : 30/08/2024

                           लम्बे बैंगन की खेती कैसे करें

                                                                                                                                                            प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

उत्तर प्रदेश का जिला सहारनपुर वैसे तो सब्जी की खेती करने के लिए काफी मशहूर है, लेकिन सहारनपुर में इन दिनों किसान गोल बैंगन की खेती को छोड़ लंबे बैंगन की खेती करना पसंद कर रहे हैं। वहीं, लंबे बैंगन की खेती यहां के किसान अधिक कर रहे हैं. इसलिए यहां के किसान लंबे बैंगन की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। बता दें कि लंबे बैंगन की मार्केट में अच्छी डिमांड है. वहीं, लंबे बैंगन की खेती में खर्च भी कम आता है और इसकी उपज भी ज्यादा होती है।

                                                               

किसान रवि सैनी ने बताया कि वह पहले गोल बैंगन की खेती किया करते थे, लेकिन पिछले 8 से 10 सालों से वह लंबे बैंगन की खेती कर रहे हैं। वह लंबे बैंगन की खेती में जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं।

साथ ही बरसात के मौसम में इस बैंगन में कीड़ा भी नहीं लगता है और लंबे बैंगन की पैदावार भी गोल बैंगन से काफी अधिक होती है। लंबे बैंगन की सब्जी भी काफी स्वादिष्ट बनती है। अधिकतर किसान गोल बैंगन की खेती छोड़कर अब लंबे बैंगन की खेती कर रहे हैं।

किसान रवि सैनी ने बताया कि गोल बैंगन के मुकाबले लंबे बैंगन की डिमांड हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली तक है। 4 दिन छोड़कर 5वे दिन बैंगन की तुड़ाई होती है। किसान रवि सैनी ने 15 बीघे खेत में लगभग साढ़े 7 हजार पेड़ लगाए हुए हैं। जिससे एक बार में 200 से 250 बैग बैंगन के निकल आते हैं।

                                                                

वहीं, मार्केट में फिलहाल 20 से 25 रुपए किलो लंबा बैंगन बिक रहा हैं। लंबे बैंगन का खाने में भी स्वाद भी लाजवाब होता है। साथ ही इस बैंगन का लोग भर्ता बनाकर खाना काफी पसंद करते है।

बैंगन में फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी के चलते हृदय संबंधी स्वास्थ्य में योगदान करती है। यह स्वस्थ हृदय क्रिया को बढ़ावा देता है और रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।