काम करने वालों की हमेशा कद्र होती है Publish Date : 15/03/2024
काम करने वालों की हमेशा कद्र होती है
डॉ0 आर. एस. सेगर
जब आप नई जिम्मेदारियां लेते हैं, तो खुद को नए अवसरों के लिए भी तैयार कर रहे होते हैं
आप एक पेशेवर हैं और अपनी वर्तमान नौकरी से संतुष्ट नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन आप नौकरी को छोड़ने की स्थिति में भी नहीं हैं, तो आपके सामने क्या विकल्प बचते हैं? ऐसे में आप नौकरी छोड़ने के स्थान पर इस बात पर अधिक जोर दे सकते हैं कि कैसे नौकरी में रहते हुए खुद के लिए नए अवसरों की तलाश की जा जाए और उन तरीकों को खोजा जाए, जिनसे आप ऑफिस में अपनी मौजूदगी का सार्थक एहसास करा सकें और काम में संतुष्टि भी पा सकें।
काम मांगने की आदत डालें
काम का नियम होता है काम का नियम है कि यह उन्ही के पास आता है, जो काम करना चाहते हैं। आप उसी नौकरी में रहते हुए खुद को बड़े प्रोजेक्ट में शामिल करने की प्रार्थना कर सकते हैं। अपने मूल कामों के साथ नई जिम्मेदारियों को लेते हुए अपनी भूमिका को बखूबी निभाएं। जब भी आप किसी बड़े प्रोजेक्ट में काम करते हैं, तो इससे न केवल आपकी रचनात्मकता का विकास होता है, बल्कि आप भविष्य के लिए नई नौकरियों के लिए भी खुद को तैयार कर रहे होते हैं।
अपेक्षा और वास्तविकता के बीच तालमेल बिठाएं
अगर आप कंपनी में अपनी भूमिका से असंतुष्ट महसूस कर रहे हैं, तो इसकी वजह यह हो सकती है कि खुद से अपेक्षा के अनुरूप आपको काम न मिल पा रहा हो। सेंट्रल फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान की प्रोफेसर मिंडी शॉस का कहना है कि जब कोई लंबे समय तक मेहनत करे, लेकिन फिर भी उसे सराहना न मिले, तो भी वह असंतुष्ट हो जाता है। ऐसे में उसे मैनेजमेंट के सामने सकारात्मक ढंग से अपनी बात रखनी चाहिए।
काम करने वालों की होती है हमेशा कद्र
अगर आप अपने वर्कप्लेस में अधिक निराशा महसूस कर रहे हैं, तो जाहिर है कि आपके साथी कर्मचारी भी यही महसूस कर रहे होंगे। इस स्थिति में अपने गुस्से को जाहिर न होने दें और एक दूसरे के समर्थन के लिए रचनात्मक और ईमानदार तरीके खोजें। लेकिन, नकारात्मकता फैलाने वालों से दूर ही रहें। ध्यान रहे, काम करने वाले की हमेशा कद्र होती है। काम के प्रति सकारात्मक सोच रखने वाले अपने जैसे लोगों का आप एक ग्रुप भी बना सकते हैं।
उत्साह बनाए रखें
विभिन्न विशेषज्ञों का मानना है कि काम में निराशा महसूस होने पर उसे जिज्ञासा के साथ देखें। हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में लीडरशिप की प्रोफेसर एमी सी एडमंडसन का कहना है, ’खुद से पूछें कि आपके काम में क्या बाधा आ रही है, और मैं इसे कैसे दूर कर सकता हूं? हर कोई आगे बढ़ना चाहता है, इसके लिए योजना बनाने और प्रयास करने में कोई बुराई नहीं है।’
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।