कृषि विश्वविद्यालय 21 फरवरी को दीक्षांत समारोह में सम्मानित छात्रों ने बताई अपनी प्राथमिकता      Publish Date : 23/02/2024

कृषि विश्वविद्यालय 21 फरवरी को दीक्षांत समारोह में सम्मानित छात्रों ने बताई अपनी प्राथमिकता

                                                                                                                                                                                    डॉ0 आर. एस. सेगर

अभी पोस्ट ग्रेजुएशन की  करेंगे पढ़ाई रुचिका

पुरुषार्थ कॉलोनी साउथ सिविल लाइन मुजफ्फरनगर निवासी रुचिका शर्मा पुत्री अनुज कुमार को वीएमसी और आनर्स में कुलपति स्वर्ण पदक दिया जाएगा। रुचिका ने बताया कि उनके पिता अनुज कुमार एयरफोर्स से सेवानिवृत्ति है माता सुषमा शर्मा ग्रहणी है जबकि बहन दीप्ति शर्मा एमबीबीएस कर रही है और भाई श्रेयांश एयरफोर्स में है। अभी तो वह पोस्ट ग्रेजुएशन करने की तैयारी कर रही है। यहां तक पहुंचने में उन्होंने मां की अहम भूमिका बताई।

वैज्ञानिक बनने की इच्छा रखती है उत्तम पटेल

गांव पिलखुआ, इस्पनपुर अयोध्या निवासी उत्तम पटेल पुत्री लव कुश पटेल की इच्छा एक वैज्ञानिक बनने की है। उनके पिता लव कुश पटेल एक वकील है और माता इंद्रावती ग्रहणी है। बड़ा भाई वैभव भी वकील ही है। वर्तमान में उत्तम पटेल आईआईटी खड़कपुर से एमटेक कर रही है। उत्तम को दीक्षांत समारोह में बीटेक बायोटेक्नोलॉजी में कुलपति स्वर्ण पदक दिया जाएगा। उन्होंने अपने चाचा और माता-पिता को अपनी सफलता का श्रेय दिया।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी बनना चाहती है अपर्णा यादव

सहरिया एनक्लेव डिफेंस कॉलोनी आगरा कैंट निवासी अपर्णा यादव पुत्री बृजेश बाबू को बीटेक फूड टेक्नोलॉजी में कुलपति स्वर्ण पदक व प्रोफेसर शमशेर सिंह स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा। अपर्णा ने बताया कि वह सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही है, फिलहाल उन्होंने भारतीय गुणवत्ता परिषद में साक्षात्कार दिया था और उनकी ट्रेनिंग चल रही है। उनकी बड़ी बहन अलका यादव डॉक्टर रेड्डी कंपनी में जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर कार्यरत है, जबकि भाई वतन यादव आर्मी में तैनात है। पिता ब्रजेश बाबू आर्मी से 2 साल पहले ही सेवानिवृत हुए हैं और माता आशा देवी ग्रहणी है। अपर्णा खाद्य सुरक्षा अधिकारी बनना चाहती है।

पीएचडी करके बनना है वैज्ञानिक रिद्धि

ए विजय हाइट 1 ग्रेटर नोएडा निवासी रिद्धि बिश्ट पुत्री धनंजय बिष्ट को बीएससी ऑनर्स हॉर्टिकल्चर में कुलपति स्वर्ण व श्रीमती जावित्री देवी मेमोरियल स्वर्ण पदक दिया जाएगा। रिद्धि ने बताया कि उनके पिता प्राइवेट जॉब करते हैं जबकि माता एक ग्रहणी है। उनका छोटा भाई प्रियांशु अभी पढ़ाई कर रहा है। रिद्धि वर्तमान में पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय से एमएससी फ्रूट साइंस में कर रही है। उन्होंने बताया कि वह पीएचडी करके वैज्ञानिक बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता के प्रयास द्वारा ही वह यहां तक पहुंच पाई हैं और उन्होंने इसका श्रेय अपने माता-पिता को दिया।

कृषि क्षेत्र में सफल होने का सपना है साक्षी

गांव मझरिया, रामपुर मजा गाजीपुर निवासी साक्षी यादव पुत्री ओमप्रकाश को 16 वे दीक्षांत समारोह में बीएससी ऑनर्स कृषि में कुलपति स्वर्ण पदक दिया जाएगा। साक्षी यादव ने बताया कि उनके पिता ओमप्रकाश एक स्कूल में प्रधानाचार्य और माता मीरा देवी भी शिक्षा विभाग से सेवानिवृत है। छोटी बहन श्रेया बीएससी कर रही है। साक्षी ने बताया कि उनका सपना कृशि के क्षेत्र में सफल होना है। उन्होंने अपने माता-पिता को अपनी इस सफलता का श्रेय दिया।

वेटरनरी क्षेत्र में आगे बढ़ने का है डॉक्टर सूरज

16 वे दीक्षांत समारोह में सूरज धनकड पुत्र जसवीर सिंह को वीएमसी और आनर्स में कुलपति स्वर्ण पदक व कुलपति रजत पदक दिया जाएगा। गांव बिहारीपुर, सरूरपुर कला, जिला बागपत निवासी डॉक्टर सूरज धनखड़ ने बताया कि वर्तमान में वह आईवीआरआई बरेली में एनबीएससी बैटरी पैथोलॉजी में कार्य कर रहे हैं। उनके पिता जसवीर सिंह किसान है जबकि माता अमरीश ग्रहणी है। उनकी छोटी बहन केंद्रीय विद्यालय नासिक में शिक्षक है। उन्होंने बताया कि उनके दादा इंद्रपाल सिंह सेना से सेवानिवृत हैं। डॉक्टर सूरज ने परिवार के लोगों को अपनी सफलता का श्रेय दिया।

किसानों को तकनीक ज्ञान देंगे अंकुर

कुलपति स्वर्ण पदक व ठाकुर शशि पाल सिंह मेमोरियल स्वर्ण पदक बीटेक कृषि अभियांत्रिकी में अंकुर कुमार सिंह को दिया जाएगा। गांव भोजपुरी, मटिया सुखपुरा, बलिया निवासी अंकुर ने बताया कि उनके पिता सुरेंद्रनाथ सिंह एक किसान है और माता बबीता सिंह ग्रहणी है। वर्तमान में वह आईआईटी खड़गपुर से फूड प्रोसेसिंग इंजीनियरिंग में एमएससी कर रहे हैं। अंकुर ने बताया कि उनका सपना किसानों को तकनीकी ज्ञान देकर उन्हें संपन्न बनाना है। वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर कार्य कर रहे हैं और उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।