घर में ही छुपा है एक्टिविटी का खजाना      Publish Date : 21/06/2025

               घर में ही छुपा है एक्टिविटी का खजाना

                                                                                                                                                       श्रीमति सरिता सेंगर एवं शीतल शर्मा

बालपन

समर वेकेशन अच्छा मौका होता है, बच्चों को कुछ नया सिखाने का तो क्यों न इस बार बच्चों को नॉन फायर कुकिंग जैसा कुछ नया सिखाया जाये-

समर वेकेशन में अधिसंख्य अभिभावकों की यही चाहत होती है कि वह अपने बच्चों को इन छुट्टियों में कुछ नया सिखाएं, जिससे मनोरंजन के साथ ही वे व्यस्त भी रहें। छोटे बच्चों के लिए एक्स्ट्रा एक्टिविटीज में नॉन फायर कुकिंग सीखना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।

एक्टिव होंगे बच्चे

                                                         

नगर में कुक एंड बेक नाम से कुकरी क्लास चलाने वाली पूजा सचान, नेहा सिंह और मीनाक्षी पटेल इन दिनों छोटे बच्चों को नॉन फायर कुकिंग के कुछ खास टिप्स दे रही है।

नेहा कहती हैं, पढ़ाई से इतर समर वेकेशन में छोटे बच्चों को सिखाने के ढेरों ऐसे विकल्प है, जिन्हें मां या दीदी उन्हें आसानी से घर पर ही बिना गैस चूल्हे या किसी बड़ी मशक्कत के बनाना सिखा सकती है। इससे उनमें स्वयं से कुछ करने का भाव भी जाग्रत होगा। इसके माध्यम से बच्चे खेल खेल में सैंडविच, ब्रेड के दही बड़े, लस्सी और शर्बत आदि आसानी से बनाना सीख जाएंगे। यह चीजें बड़ों के लिए आसान है लेकिन किशोरों के लिए बड़ी उपलब्धि और एक्टिव होने का एक उत्तम माध्यम है।

कुकिंग का पहला चैप्टर

                                                          

पूजा सचान बताती हैं, किचन का पहला चैप्टर तो नॉन फायर कुकिंग से ही शुरू होता है। दस-बारह वर्ष तक की आयु के बच्चों को चूल्हे पर बनने वाली चीजों से दूर ही रखना चाहिए। बच्चों को सबसे पहले शर्वत, मॉकटेल, जैम ब्रेड, और सलाद आदि चीजें कैसे तैयार की जाती हैं या इन्हें सर्व करने का उचित तरीका क्या होता है, यह बताना जाना चाहिए।

बेटियों को तो कम से कम खाना बनाने में परफेक्ट होना ही चाहिए, साथ ही बेटों को भी यह सब जरूर सिखाना चाहिए, जिससे कभी उन्हें स्वयं से लंच बॉक्स तैयार करना हो तो वह आसानी से यह काम कर सके। यदि आप उन्हें ऐसा करने के लिए प्रेरित करेंगी तो उनमें जिम्मेदारी की आदत विकसित होगी और वे छोटी-छोटी चीजों में आपका हाथ भी बटा सकेंगे। कुकिंग में कुछ सीखने के लिए सबसे पहले इन छोटी-छोटी चीजों को बनाना ही सिखाना चाहिए।

बच्चे खाएं और साथ ही आप भी

मीनाक्षी पटेल बताती हैं, इन दिनों मौसमी फलों में तरबूज, पपीता, खरबूजा और आम आदि बाजार में मिल रहे हैं। अतः माताओं को चाहिए कि वे जब भी फ्रूट चाट, शेक या स्राउट चाट बनाएं, बच्चों को भी अपने साथ ही रखें और उनके सामने ही यह बनाएं। इससे वे इन्हें आसानी से बनाना सीख पाएंगे। जब बच्चे इन्हें बनाकर तैयार करेंगे और आप उनकी तारीफ करेंगी तो उनका मनोबल भी बढ़ेगा।

फिर जब घर पर इनका एक साथ बैठकर मजा लिया जाएगा तो घर का माहौल अधिक खुशनुमा बनेगा और परिवार के साथ समर वेकेशन का आनंद भी भरपूर मिलेगा।

बच्चे बन रहे किचन मास्टर

केसरगंज की डॉ0 गुलशगुफ्ता बताती हैं, आजकल समर वेकेशन चल रहे हैं, इसलिए फ्री होने पर बच्चों को अधिक से अधिक टाइम देने की कोशिश करती हूं। जब बच्चों को घर में कोई चीज सिखाई जाती है तो वे जल्दी सीखते हैं। मेरे बच्चे छोटे हैं, इसलिए उन्हें किचन के कामों से दूर रखती हूं लेकिन घर में आइसक्रीम, कुल्फी, शेक, मॉकटेल आदि जब भी बनाती हूं तो इन्हें बनाने का तरीका उन्हें भी बताती हूं।

इससे उनमें खुद से कुछ नया करने का जज्बा जगता है। जब वे खुद से कुछ तैयार करते हैं तो उन्हें उसका स्वाद और अधिक अच्छा लगता है। किचन में भी जब कुछ बनाती हूं तो उन्हें भी साथ ही रखती हूं, जिससे वे कौन सो डिश कैसे बनती है, यह समझ सकें।

लेखकः श्रीमित सरिता सेंगर, एक जानी मानी ब्यूटीशियन एवं डायटीशियन हैं।