किसी भी फसल में फल सड़ने की समस्या से बचाने के उपाय      Publish Date : 17/03/2025

किसी भी फसल में फल सड़ने की समस्या से बचाने के उपाय

                                                                                             प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृशानु

1. कैल्शियम की कमी दूर करें - कैल्शियम नाइट्रेट (2 ग्राम/लीटर) या जिप्सम (10-15 किलो/एकड़) का प्रयोग करें।

2. संतुलित सिंचाई करें - अधिक पानी या पानी की कमी न होने दें, नमी का उचित स्तर बनाए रखें।

3. जैविक खाद और मल्चिंग करें - गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट और नीम खली आदि का प्रयोग करें।

4. पोटाश और मैग्नीशियम दें - MOP या SOP (5 किलो/एकड़) और मैग्नीशियम सल्फेट (2 ग्राम/लीटर) स्प्रे करें।

5. रोगों से बचाव करें - ट्राइकोडर्मा, बायोफंजीसाइड और नीम तेल (5 मिली/लीटर) का छिड़काव करें।

इन उपायों से फलों का सड़ना रुक जाएगा और फसल स्वस्थ रहेगी।

25 ग्राम वाला स्प्रे इस समस्या को रोकने में मदद करेगा, लेकिन अगर समस्या पहले से ज्यादा बढ़ गई है, तो कुछ अतिरिक्त उपाय भी करने होंगे।

25 ग्राम स्प्रे के लाभः

  • फसल को पोषण मिलेगा - पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएंगे।
  • जड़ों की ग्रोथ बढ़ेगी - इससे कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होगा।
  • पौधे का स्ट्रेस कम होगा - अचानक पानी की कमी या गर्मी से बचाव होगा, जिससे फल सड़ने की संभावना भी कम होगी।

अगर समस्या अधिक है तो क्या करें?

  • साथ में कैल्शियम नाइट्रेट (2 ग्राम/लीटर) का छिड़काव करें।
  • अगर नमी की कमी है, तो सिंचाई का ध्यान रखें और मल्चिंग करें।
  • नीम तेल (5 Ml/लीटर) और ट्राइकोडर्मा का छिड़काव करें, ताकि फंगल इंफेक्शन न हो।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।