
कॉल मर्जिंग तकनीक क्या है कैसे करते हैं साइबर अपराधी इसका यूज? Publish Date : 19/02/2025
कॉल मर्जिंग तकनीक क्या है कैसे करते हैं साइबर अपराधी इसका यूज?
प्रेफेसर आर. एस. सेंगर एवं इं0 कार्तिकेय
कॉल मर्जिंग तकनीक के माध्यम से साइबर अपराधी, लोगों को ठगने के लिए किसी व्यक्ति को कॉल करते हैं। साइबर विशेषज्ञ बताते हैं कि ऑनलाईन ठगी का यह एक नया तरीका है जो इस समय सबसे ज्यादा चलन में है।
किसी व्यक्ति के मेहनत से कमाए गए पैसों को केवल कुछ सेकेंड में ही उसके बैंक खाते से उड़ाने के लिए साइबर अपराधी इन दिनों बहुत से तरीके अपना रहे हैं। इसी कड़ी में साइबर ठगों का नया पैंतरा है ‘कॉल मर्जिंग टेक्नीक’। आजकल ऐसी शिकायतें काफी अधिक आ रही हैं, जिसमें पीड़ित के पास एक फोन कॉल आती है और रिसीव करने के कुछ समय बाद ही उसके खाते से पैसा कट जाता है।
ऐसे में लोगों की शिकायत रहती है कि उन्होंने तो कोई ओटीपी भी किसी के साथ शेयर नहीं किया, फिर उनके बैंक खाते से पैसे कैसे गायब हो गए। दरअसल, साइबर ठग आजकल एक नया तरीका आजमा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में कि साइबर अपराधी इसका प्रयोग किसा प्रकार करते हैं।
असल में क्या है ‘कॉल मर्जिंग तकनीक?
‘कॉल मर्जिंग तकनीक’ से लोगों को ठगने के लिए साइबर अपराधी किसी व्यक्ति को कॉल करते हैं। मान लीजिए कि आपको एक अंजान नंबर से कॉल आती है और आपके कॉल रिसीव करने के बाद दूसरी तरफ से बात कर रहे व्यक्ति ने कहा कि उसे आपका नंबर आपके एक खास दोस्त से मिला है। वह आपको दोस्त का नाम भी बताता है।
इसके बाद साइबर ठग आपको किसी इवेंट या खास कार्यक्रम के बारे में बताते हैं और आपको उस इवेंट में आने का निमंत्रण देते हैं। इसी बीच साइबर ठग आपसे कहेगा कि लाइन पर आपके वह मित्र भी जुड़ रहे हैं, इसलिए आप आप काल मर्ज कर लीजिए।
यहीं सारा खेल हो जाता है, जैसे ही आप दोस्त की कॉल मानकर कॉल मर्ज करते हैं वैसे ही आपका सारा बैंक बैलेंस लुट जाता है। दरअसल यह कॉल आपके किसी दोस्त की नहीं होती बल्कि ओटीपी हासिल करने की कॉल ही होती है। आजकल ऐसे ओटीपी मैसेज या कॉल दोनों पर पाए जा सकते हैं। दूसरी कॉल जैसे ही आप रिसीव करके उसे मर्ज करते हैं वैसे ही आपको ओटीपी बताई जाती है। यह कॉल साइबर ठग भी सुन रहा होता है, आप कुछ समझ पाते हैं इससे पहले ही ठग अपना काम कर लेता है।
यहां पीड़ित सिर्फ एक गलती करते हैं कि उन्होंने दो ऐसी इनकमिंग कॉल आपस में मर्ज कर दी जो अंजान नंबर से आए थे। साइबर विशेषज्ञ बताते हैं कि ठगी का ये नया तरीका इस समय सबसे ज्यादा चलन में है। विशेषज्ञ बताते हैं कि आपके खाते से पैसे उड़ाने के लिए साइबर ठगों को केवल ओटीपी की ही आवश्यकता होती है और इसके लिए वह नित नए-नए पैंतरे आजमाते रहते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।